दो वर्ष पूर्व खगड़िया में एक सांस्कृतिक आयोजन के दौरान आयोजकों द्वारा अपने नाम पर की गई ठगी और उल्टे ही तोड़फोड़ के बाद उन्हें अभियुक्त बनाए जाने को लेकर भोजपुरी की सुपर स्टार अदाकारा अक्षरा सिंह आयोजकों व उनके खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज करने वाले लोगों पर मानहानि का दावा करेगी।
मुंबई से दूरभाष पर उन्होंने बताया कि उन्हें ज्ञात हुआ है कि उनके बारे में मनगढ़ंत आरोप लगाकर एक झूठा मामला दर्ज कराया गया है जिसमें नोटिस जारी हुआ है। अपने वकील के माध्यम से मामले को अध्ययन कर रही हैं और जल्द ही उन सभी लोगों के खिलाफ मानहानि का दावा भी ठोकेंगी। अक्षरा सिंह ने बताया कि इस कार्यक्रम में उनसे आने के लिए आयोजको ने संपर्क किया था, उन्हें तयशुदा राशि भी नही दी थी और ना ही उनके आने जाने की कोई व्यवस्था की थी। फिर भी वह कार्यक्रम के दिन पटना में थी पूरे दिन उनसे कोई संपर्क नहीं किया गया और रात में उन्हे उन्हें तुरंत खगड़िया पहुंचने के लिए फोन करना शुरू किया गया। इससे पहले ही उन्होंने दोपहर में ही अपने फेसबुक पेज पर एक वीडियो अपलोड कर लोगों से अपील की थी कि खगड़िया के कार्यक्रम से उनका कोई लेना-देना नहीं है ऐसे में उनके खिलाफ किसी भी तरह की अफवाह उड़ाने वालों को वे छोड़ने वाली नही है।
क्या है मामला : खगड़िया के जेएनकेटी स्टेडियम में 8 जुलाई 2018 को एक शाम शहीदों के नाम कार्यक्रम में अक्षरा सिंह के नाम पर लाखों की उगाही हुई थी। खबर के मुताबिक जेएनकेटी स्टेडियम में आठ जुलाई 2018 को एक शाम शहीदों के नाम कार्यक्रम में अक्षरा सिंह के नाम पर लाखों की उगाही हुई थी। अक्षरा सिंह के नहीं आने पर दर्शकों ने जमकर बवाल काटा। दस लाख से अधिक की संपत्ति में आग लगा दी। इसमें पुलिस ने कई मामले दर्ज किए। अक्षरा सिंह समेत अन्य को सात फरवरी को अदालत में पेश होने को कहा गया है।
गायिका के अलावा बेगूसराय के टिंकू जिया, रहीमपुर, खगडिय़ा के ऋषि कुमार पर भी अदालत ने संज्ञान लिया है। ख़बरों के मुताबिक 7 फरवरी को अक्षरा सिंह खगड़िया की अदालत में पेश हो सकती हैं। अक्षरा सिंह के नहीं आने पर स्टेडियम में मौजूद उनके फैंस ने जमकर बवाल काटा था और 10 लाख से अधिक की संपत्ति में आग लगा दी थी। इसके अलावा टेंट मालिक के लाखों रुपये का साउंड और अन्य सामान की लूट भी हुई थी। जिसके बाद पुलिस ने कई केस दर्ज किये थे। वहीं इस प्रोग्राम से दो दिन पहले अक्षरा सिंह ने वीडियो जारी करके खगड़िया के लोगों को कार्यक्रम में आने की अपील की थी। प्रायोजकों के सहयोगात्मक रवैया के कारण कार्यक्रम के दिन उसने एक वीडियो डालकर कार्यक्रम में नहीं आने की भी सूचना दी थी ऐसे में उनके खिलाफ किसी भी तरह का मामला साजिश प्रतीत होता है।