चौसा/मधेपुरा/बिहार : चौसा प्रखंड मुख्यालय स्थित बीआरसी में संचालित पांच दिवसीय गैर आवासीय ‘निष्ठा’ के दूसरे बैच का प्रशिक्षण मंगलवार को समाप्त हो गया। इस दौरान समापन समारोह का आयोजन कर प्रशिक्षु शिक्षक -शिक्षिकाओं को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।
समारोह की अध्यक्षता कर रहे वरीय बीआरपी रामप्रकाश कुमार रेणु ने कहा कि निष्ठा विश्व का सबसे बड़ा शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण वृतिगत कौशल के विकास के लिए जरूरी है। लिहाजा प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके शिक्षकगण बेहतर अध्यापन कर सकेंगे।
वरीय प्रशिक्षक शिवनाथ झा व कुंदन कुमार ने कहा कि विपरीत प्राकृतिक परिस्थिति के बावजूद सभी ने निष्ठापूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि पांच दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान समावेशी शिक्षा, कला समेकित शिक्षा, विद्यालय आधारित आकलन, शिक्षा में आईसीटी का प्रयोग, बाल सुरक्षा आदि बिन्दुओं की चर्चा की गई। प्रशिक्षक चतुर्भुज कुमार तथा राजीव रंजन ने प्रशिक्षु शिक्षकों को विद्यालय में आईसीटी के प्रयोग का सुझाव दिया। समारोह में कृष्ण गोपाल पासवान, इम्तियाज आलम, मोहम्मद शाहनवाज, यहिया सिद्दीकी, सोनी शर्मा, मंसूर नदाफ, भालचंद्र मंडल, सत्यप्रकाश भारती, तथा रीणा कुमारी ने भी अपने अनुभव साझा किये।
मौके पर बीआरपी अनिल कुमार, समन्वयक विजय कुमार, उमर फारूक, पुरूषोत्तम कुमार,निरंजन कुमार, शिक्षक पंकज कुमार भगत, अरूण ठाकुर, चक्रवर्ती अजय, मदन कुमार, विदेशी मंडल, विभू ज्योति, विनय कुमार, राजेश पासवान, सुभाष पासवान, शैलेश पोद्दार, पवन कुमार, शमशाद नदाफ, आफताब, शारिक अनवर, सआदत हसन, साकिब नैयर, बिरबल पासवान, राजीव अग्रवाल, सत्यनारायण यादव, शिक्षिका नुजहतपरवीन, सविता कुमारी, मीरा देवी, मीना कुमारी, खुर्शीद जहां, खुर्शीदा उरूज, शादां फिरदौस, खुश्बू नाज, रेणु कुमारी सहित 150 की संख्या में शिक्षक एवं शिक्षिकाएं उपस्थित थे।