चौसा/मधेपुरा/बिहार : राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी कालजयी युग पुरूष थे, उनका विचार और दर्शन आज भी प्रासंगिक है ।बापू के विचारों को अपना कर ही दुनिया में शांति, समृद्धि और विकास संभव है । लाल बहादुर शास्त्री जी बापू के सच्चे प्रतिनिधि थे।
उक्त बातें स्थानीय महादेव लाल मध्य विद्यालय, चौसा के प्रधानाध्यापक सचिन्द्र पासवान ने कही । वे बुधवार को विद्यालय में आयोजित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती तथा पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बापू के बताए सत्य और अहिंसा का मार्ग पर चलकर ही विश्व से आतंकवाद समाप्त किया जा सकता है तथा शास्त्री जी की सादगी को अपना कर पाप से बचा जा सकता है ।
वरीय शिक्षक यहिया सिद्दीकी ने कहा कि बापू एक कर्मयोगी महामानव थे। उन्होंने कहा कि उनके बताए सात पापकर्म से बचकर आम इंसान भी महात्मा बन सकते हैं । भालचंद्र मंडल और प्रणव कुमार ने कहा कि गांधी सिर्फ व्यक्ति ही नहीं बल्कि विचारधारा का नाम है।
ज्ञातव्य है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर विद्यालय में कई कार्यक्रम आयोजित किया जाना था, जिसमें प्रभात फेरी, गांधी कथा वाचन, जल जीवन हरियाली कार्यक्रम तथा लेख प्रतियोगिता शामिल था लेकिन बिहार में भारी बारिश के मद्देनजर सामान्य प्रशासन व शिक्षा विभाग ने सभी प्रस्तावित कार्यक्रमों को रद्द कर दिया । बदली परिस्थिति के बावजूद शिक्षक, शिक्षिकाओं और छात्रों का समूह विद्यालय परिसर में एकत्रित होकर बापू के चित्र पर माल्यार्पण किया । इस अवसर पर गांधी भजन और सर्वधर्म प्रार्थना का भी आयोजन किया गया ।
मौके पर शिक्षक सत्यप्रकाश भारती, यहिया सिद्दीकी, प्रणव कुमार, राजेश कुमार, मंजर इमाम, भालचंद्र मंडल, फैयाज अहमद, शिक्षिका मंजू कुमारी, नुजहत परवीन,रीणा कुमारी, श्वेता कुमारी सहित बाल संसद के प्रतिनिधिगण तथा छात्रगण उपस्थित थे ।
इसके अलावा चौसा प्रखंड अंतर्गत विभिन्न सरकारी गैर सरकारी संस्थानों में पूज्य बापू की 150 वी जयंती तथा भूतपूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की 115 वीं जयंती धूम धाम से मनाई गई ।
चौसा गांधी पुस्तकालय कार्यकर्ता द्वारा कार्यक्रम आयोजित कर पुस्तकालय अध्यक्ष श्रवण कुमार पासवान द्वारा पुस्तकालय परिसर में झंडा तोलन किया गया जिसके बाद महात्मा गांधी और लालबहादुर शास्त्री जी के तैलिय चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ पुस्तकालय के पूर्व सचिव् डॉक्टर अंबिका प्रसाद गुप्ता, प्रोफेसर विजय गुप्ता एवं सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक विजय पासवान के द्वारा किया गया। मौके पर पूर्व सचिव डॉक्टर अंबिका प्रसाद गुप्ता ने कहा कि गांधी जी सत्य और अहिंसा के पुजारी थे। गांधी जी को विश्व पटल पर अहिंसा के प्रतीक के तौर पर जाने जाते हैं, उन्होंने देश की आजादी में जो योगदान दिया उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता।
उन्होंने कहा कि बापू के विचार देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर के लोगों को प्रेरित करता है, गांधी जी के विचारों को अपनाकर हम भी सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चल सकते हैं और अपने जीवन को बदल सकते हैं। वही प्रोफेसर विजय गुप्ता ने कहा कि राष्ट्रपिता बापू कर्मयोगी महामानव थे उनके बताए मार्ग पर चलकर आम इंसान भी महात्मा बन सकते हैं। सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक विजय पासवान ने कहा कि भारत एवं भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के प्रमुख राजनीतिक एवं आध्यात्मिक नेता थे वह सत्याग्रह के माध्यम से अत्याचार के प्रतिकार अग्रणी नेता थे।
कार्यक्रम का संचालन पुस्तकालय सचिव सह अधिवक्ता विनोद आजाद ने किया। मौके पर चंदेश्वरी प्रसाद साह प्रवीण कुमार प्रसून, कपिल देव पटेल, राजीव अग्रवाल, अवधेश कुमार, लोजपा अध्यक्ष मनोवर हुसैन, भाजयुमो प्रखंड अध्यक्ष विजेंद्र कुमार वीरा, उपाध्यक्ष करण कुमार, विनोद पाटिल, अमित डॉन, आफताब आलम, शुभम पासवान, आशुतोष कुमार पुस्तककाध्यक्ष राजकुमार अग्रवाल, सुबोध पासवान आदि मौजूद थे।
वही चौसा कांग्रेस कार्यालय में महात्मा गांधी की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की गई की गई गांधी जयंती मनाई गई ।
इस अवसर पर रामोतार परवे, कृष्ण साह, अब्दुल रहमान रामानंद पासवान आदि मौजूद थे ।