कहा – भीषण आपदा की स्थिति में हैं पटना के लोगों के साथ
और कितना पेशेंस रखे नीतीश जी, जब 15 साल में भी नहीं है आपके पास कोई मास्टर प्लान
बिहार : मधेपुरा के पूर्व सांसद और जन अधिकार पार्टी (लो) के मुखिया को पप्पू यादव अक्सर कोसी और मिथिलांचल क्षेत्र में हर साल बाढ़ के बीच लोगों की मदद करते नजर आते हैं, लेकिन आज पूर्व सांसद ने भारी बारिश से जलजमाव का मार झेल रही राजधानी पटना के राजेंद्र नगर इलाके में ट्रेक्टर से राहत सामग्री का वितरण लोगों के बीच किया। इस संकट की घड़ी में पप्पू यादव ने कहा कि हम भीषण आपदा की स्थिति में पटना के सभी नागरिकों के साथ हैं। लोगों को मदद करने की जरूरत है, इसलिए हम पूरी देश की जनता से अपील करते हैं कि वे मदद के लिए आगे आयें। उन्होंने ये भी कहा कि इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।
हालांकि, पप्पू यादव ने पटना की नारकीय हालात पर नीतीश सरकार पर भी जमकर हमला बोला और कहा कि नीतीश कुमार को शर्म आनी चाहिए कि हर बार वे अपनी नाकाकियों को प्राकृतिक आपदा बता पल्ला झाड़ लेते हैं। जाप (लो) अध्यक्ष ने कहा कि यहां जब मानसून आता है, तब सीवरेज का काम शुरू होता है। बाढ़ आती है प्रदेश में, तब नीतीश कुमार को फरक्का की याद आती है। जब नेपाल पानी छोड़ता है, तो हवाई सर्वेक्षण को निकलते हैं। मगर, कभी इन समस्याओं का 15 सालों में स्थाई समाधान का प्रयास नहीं किया और आज जब पटना में लोग डूबे। बाहर से आने वाले बच्चे बर्बाद हो गए। करोडों का नुकसान हुआ, तब कहते हैं कि सब्र करो। 15 साल से तो सब्र ही कर रहे थे, आखिर कब तक ऐसे चलेगा। डबल इंजन वाली सरकार सिर्फ जुमलों की सरकार है। यह लोगों को समझना होगा। आखिर क्यों 15 सालों में प्रदेश के एकमात्र शहर पटना के लिए कोई मास्टर प्लान नहीं है।
उन्होंने बाढ़ राहत के नाम पर नेताओं और अधिकारियों को भी कटघरे में खड़ा कर दिया और कहा कि बाढ़ राहत के नाम पर नेता और पदाधिकारी अपना घर भरते हैं। पिकनिक करते हैं। और पार्टी की भी फंडिंग हो जाती है, जिसका इस्तेमाल ये लोग चुनाव में करते हैं। इससे प्रदेश की तरक्की तो नहीं होती है, लेकिन इनकी संपत्ति में इजाफा हो जाता है। ऐसे में ये लोग कैसे आम लोगों के लिए विकास का कार्य करेंगे। पटना में फिलहाल बारिश थमी हुई है पप्पू लगातार शहर के कई इलाकों में घूम रहे हैं। इससे पहले पप्पू यादव देर रात पटना पहुंचने के बाद सीधे राजधानी पटना का सबसे पॉश इलाका मानेजाने वाला बोरिंग रोड गए थे, जहां वे आधी रात को लोगों की समस्याओं का समाधान करते नजर आये थे।