मधेपुरा : “सुरक्षित शनिवार कार्यक्रम” के तहत छात्र-छात्राओं को जीवन रक्षक उपायों की दी गई जानकारी

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आरिफ आलम
वरीय संवाददाता,
चौसा, मधेपुरा

मधेपुरा /बिहार : आपदा जीवन के लिए खतरनाक होता है । जीवन रक्षक उपायों की जानकारी जरूरी है । बाढ़ उतरने के बाद  डायरिया से जनजीवन खासा प्रभावित होता है, जिससे बचाव की जानकारी आवश्यक है।

      उक्त बातें फोकल शिक्षक भालचंद्र मंडल ने कही । वे आज शनिवार को महादेव लाल मध्य विद्यालय, चौसा में मुख्यमंत्री विद्यालय सुरक्षा योजना के तहत आयोजित सुरक्षित शनिवार कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि डायरिया की स्थिति में जीवन रक्षक घोल “ओ.आर.एस” लेना चाहिए ।

फोकल शिक्षिका रीणा कुमारी ने कहा कि मनुष्य के शरीर में आधे से अधिक मात्रा में पानी होता है । जीवन के लिए शरीर में जल स्तर का संतुलन जरूरी है ।

वरीय शिक्षक यहिया सिद्दीकी और प्रणव कुमार ने कहा कि डायरिया पीड़ित व्यक्ति के शरीर से पानी की मात्रा कम हो जाती है, जिसके लिए ओ.आर.एस.की खुराक लेना जरूरी है ।

      ज्ञातव्य है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा बिहार के विद्यालयों में प्रत्येक सप्ताह “सुरक्षित शनिवार कार्यक्रम” का आयोजन किया जाता है । इसी निमित्त महादेव लाल मध्य विद्यालय, चौसा में आयोजित कार्यक्रम में आज शनिवार को शिड्यूल के मुताबिक ” डायरिया से संबंधित जानकारी तथा ओ.आर.एस.बनाने संबंधी कौशल प्रशिक्षण एवं अभ्यास” कराया गया ।

       मौके पर शिक्षक यहिया सिद्दीकी, प्रणव कुमार, मंजर इमाम , शमशाद नदाफ,फैयाज अहमद , शिक्षिका मंजू कुमारी , नुजहत परवीन श्वेता कुमारी सहित बाल संसद के  प्रतिनिधिगण , बाल प्रेरक तथा छात्रगण उपस्थित थे ।


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