नालन्दा/बिहार: जिले के राजगीर आयुध फैक्ट्री के निजीकरण के विरोध में चल रहे हड़ताल के चौथे दिन भी कर्मियों ने हड़ताल पर डटे रहे और अर्धनग्न होकर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया । यहां तक कि प्रबंधक की गाड़ी को जबरन रोककर फैक्ट्री में जाने नहीं दिया तब जाकर प्रबंधक के द्वारा पुलिस बल का सहायता लेना पड़ा। आयुध निर्माणी का निजी करण किए जाने के विरोध में पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने महाप्रबंधक और उप महाप्रबंधक की गाड़ी को प्रशासनिक भवन जाने से जबरन रोक दिया | महाप्रबंधक ने इसकी सूचना पुलिस को दी पुलिस के पहुंचने के बाद मामला शांत हुआ | महाप्रबंधक और उप महाप्रबंधक को गाड़ी छोड़ कर पैदल प्रशासनिक भवन तक जाना पड़ा | प्रदर्शनकारी महाप्रबंधक और उप महाप्रबंधक को भी इस आंदोलन में शामिल होने का अनुरोध कर रहे थे जब उन्होंने इसका समर्थन नहीं किया तो गाड़ी रोक दी |
दरअसल भारत सरकार द्वारा आयुध निर्माणी का निजीकरण किये जाने कि निति का राजगीर सहित पूरे देश के आयुध निर्माणी में विरोध जताया जा रहा है पिछले 20 अगस्त से लेकर 19 सितंबर तक राजगीर समेत देश के 41 आयुध निर्माणी के कर्मचारियों ने हड़ताल कर दिया है | इसी को लेकर राजगीर के आयुध निर्माणी प्रशासनिक भवन के सामने कर्मचारियों ने सरकार के इस नीति का विरोध जताते हुए जोरदार प्रदर्शन किया | कर्मचारी हाथो में झंडे लेकर थाली पीट-पीट कर प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री के विरोध में नारेबाजी की | आयुध निर्माणी राजगीर मजदूर संघ के अध्यक्ष साजन कुमार मिश्रा के नेतृत्व में घंटों कर्मचारी प्रदर्शन करते रहे |
दरअसल पूरे देश के आयुध निर्माणी को निजी करण करने की भारत सरकार ने योजना बनाई है इसी को लेकर कर्मचारियों में आक्रोश है | कर्मियों का कहना है कि रक्षा उत्पादन उद्योगों को किसी भी कीमत पर सरकार को निजी करण करने नहीं दिया जायेगा |