चौसा/मधेपुरा/बिहार : डॉक्टर जगन्नाथ मिश्र बिहार के मसीहा थे । उन्होंने शिक्षा, सुरक्षा और रोजगार के लिए बिहार में ऐतिहासिक काम किया था । उनके निधन से बिहार ने विकास का प्रतीक खो दिया है । उक्त बातें प्रखंड मुख्यालय स्थित महादेव लाल मध्य विद्यालय, चौसा के प्रधानाध्यापक सचिन्द्र पासवान ने कही । वे आज सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ. जगन्नाथ मिश्रा के निधन के अवसर पर विद्यालय परिसर में आयोजित श्रद्धांजलि सभा को संबोधित कर रहे थे । उन्होंने कहा कि डाॅ मिश्र शिक्षा और सुरक्षा को विकास की सीढ़ी मानते थे । लिहाजा उन्होंने शिक्षकों तथा चौकीदारों को स्थायी नियुक्ति किया था। वरीय शिक्षक यहिया सिद्दीकी ने कहा कि डाॅ मिश्र काॅलेज प्राध्यापक से लेकर तीन बार बिहार के मुख्यमंत्री रहे । उन्होंने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वे राजनीति शुचिता और व्यक्तिगत संबंधों को संजोकर रखने वाले राजनेता थे। सत्यप्रकाश भारती ने कहा कि डाॅ साहब कुशल प्रशासक , अद्भुत शिक्षाविद् और सर्वमान्य राजनेता थे । उनके निधन से बिहार से एक युग का अंत हो गया है । सनद रहे कि आज सोमवार को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ . जगन्नाथ मिश्र के निधन की खबर सुनते ही विद्यालय में शोक की लहर दौड़ गई । आनन-फानन में एक शोकसभा आयोजित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई । इस दौरान दो मिनट का मौन धारण कर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई । मौके पर शिक्षक सत्यप्रकाश भारती, प्रणव कुमार, मंजर इमाम, शमशाद नदाफ, फैयाज अहमद, शिक्षिका मंजू कुमारी, नुजहत परवीन, श्वेता कुमारी, शिक्षा सेविका सुफिया शबनम सहित छात्रगण उपस्थित थे । कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रधानाध्यापक सचिन्द्र पासवान ने की ।