छातापुर/सुपौल/बिहार : छातापुर प्रखंड अंतर्गत बलुआ बाजार स्तिथ पीएचसी में शनिवार को एक अजीब बच्चे ने जन्म लिया । जो दिखने में आम बच्चे जैसा है, लेकिन इस अजिबगरीब जन्में नवजात बच्चें को पीठ के पीछे पैर निकला हुआ है और बच्चे को पेट नहीं है। इधर, हॉस्पिटल के डॉक्टर और अस्पताल के सभी लोग एेसे बच्चे को देखकर हैरान रह गए। साथ ही बच्चे के जन्म लेते ही आसपास में यह खबर फैलने के बाद बच्चें को देखने के लिए लोगों की भीड़ इकट्ठा होने लगी। लोग इस अजीबोगरीब बच्चें को देख सभी अचंभित थे। ये मामला बलुआ के स्व पंडित रविनंदन मिश्र सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हॉस्पिटल का है जहां एक महिला ने एक अजीबोगरीब बच्चे को जन्म दिया। बताया जाता है कि महिला सकीला खातून ललितग्राम वार्ड 13 की रहने वाली है। शनिवार की दोपहर 12 बजे बच्चे ने जन्म लिया और करीब आधे घण्टे बाद उसकी मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार ललितग्राम वार्ड 13 के निवासी ताजूद्दीन आलम की पत्नी सकीला खातून को 9 माह से गर्भवती थी जिसे प्रसव पीड़ा होने के बाद बलुआ स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया, जिसके बाद डॉक्टरों ने दवाई देने के बाद उसे सदर हॉस्पिटल सुपौल रेफर कर दिया। लेकिन महिला को काफी दर्द होने के बाद बलुआ में ही प्रसव कराया गया। इधर, बच्चे के जन्म लेते ही हॉस्पिटल के सभी कर्मी हैरान रह गए। बलुआ स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत आयुष डॉक्टर हयात अनवर ने बताया कि महिला को रेफर कर दिया गया था लेकिन करीब 12 बजे नर्स के द्वारा जानकारी मिली कि महिला का प्रसव हो गया है और एक अजीबोगरीब बच्ची ने जन्म लिया। इस हॉस्पिटल में ये पहली घटना है जहां एक अजीबोगरीब बच्चे ने जन्म लिया है। जिसमे जन्मे नवजात बच्चे का पीठ के पीछे एक पैर निकला हुआ है। जबकि बच्चे का पेट नहीं है। वहीं बच्चें के जन्म के आधे घण्टे तक बच्चा जीवित रहा और उसके बाद उसकी मृत्यु हो गई। साथ ही उन्होंने कहा कि ये ओम्फालोसेल बीमारी के कारण होता है।