दरभंगा/बिहार : महज बरसात के पानी के विवाद में दर्दनाक घटना को अंजाम दिया गया। मामला पतोर ओपी क्षेत्र का है। उघरा गांव के महादेव मंदिर के दलित टोले में बारिश के पानी के निकासी को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद में 59 वर्षीय घूरन राम की मौत हो गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बीती रात से बारिश से आंगन में जमे पानी की निकासी सोमवार को मो. मसूर, मो. जाकिर, मो. शहजाद की ओर से आंगन में नाला बनाकर घर के नीचे में मृतक घूरन राम के शौचालय के छत पर पानी की निकासी किया जा रहा था। पानी निकासी से मृतक से शौचालय में पानी भर गया। जिसके बाद मृतक के पुत्र शम्भू राम के द्वारा पानी निकासी को बंद करने आया तो दोनो के बीच मारपीट होने लगा। मारपीट की सूचना राम को मिली तो मृतक घर पर गया। दोनों पक्षों में मारपीट होने लगा। हत्या के बाद गांव में काफी ज्यादा ग्रामीणों में आक्रोश हो गया।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों की सूझबूझ के कारण तुरंत ओपी पुलिस को सूचना दिया गया। ओपी अध्यक्ष दल बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए डीएमसीएच भेज दिया। मौके पर ही एक महिला एवं दो पुरुष को गिरफ्तार कर लिया। मृतक घूरन राम सोमवार की सुबह गांव के ही खेत में धान बीज निकालने गया था। धान की बीज निकाल कर घर आया ही था कि सूचना मिला कि पुत्र शम्भू राम के साथ मारपीट कर रहा है। पुलिस ने दल बल के साथ घटना घटना स्थल पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लेकर आक्रोशित ग्रामीणों को काफी समझाने बुझाने की प्रयास करने लगे और ग्रामीणों में काफी ज्यादा आक्रोश हो गया था कि मृतक के ही शौचालय पर घर की बारिश की पानी की निकासी किया जा रहा था। मना करने पर दर्जनों लोग के द्वारा उसे पीट-पीटकर हत्या कर दिया गया है।
ग्रामीणों की मांग पुलिस प्रशासन से यह था कि आरोपियों को हवाले कर दिया जाए और आॅन द स्पॉट यहीं पर इसे सजा दिया जाए। जिसके बाद भीड़ को देख ओपी अध्यक्ष सुभाष चन्द्र मंडल ने सिटी एसपी योगेंद्र कुमार को घटना की सूचना दिया एवं अन्य पुलिस पदाधिकारियों की मांग की। जिसके बाद नगर थाना क्षेत्र के सर्किल इंस्पेक्टर अरुण कुमार एवं अखिलेश कुमार के साथ दंगा नियंत्रण एसटीएफ के जवान के साथ पहुंचकर आक्रोशित ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत करवाया। लाश को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए डीएमसीएच भेज दिया गया। घटना को लेकर पूरे गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। मृतक के पुत्र शम्भू राम के आवेदन पर दस लोगो पर हत्या की एफआईआर दर्ज की गई है।
मृतक के पुत्र ने अपने आवेदन में आरोप लगाया है कि मो. मंसूर के पुत्र मो. इम्तियाज, सुल्तान के पुत्र मो. मंसूर, मो. महयद के पुत्र जाकिर, मो. ईसार के पत्नी नसीमा खातून, मो. मुतुर्जा के पत्नी समीना खातून, मो. मुहशेद हुसैन के पत्नी जहोरा खातून, मो. यूसुफ के पत्नी नसीमा खातून, मो. जाकिर के पुत्र शाहजाद, मो. मुमताज के पत्नी हसीना खातून के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज किया गया है। जिसमें 3 लोगों को मौके पर से ही पुलिस ने हिरासत में लिया है। मो. मंसूर के पुत्र मो. इम्तियाज मो. सुल्तान के पुत्र मो. मंसूर, मो. हुसैन की पत्नी जोहरा खातून को मौके पर से ही गिरफ्तार कर पतोर ओपी पुलिस हिरासत में ले लिया है।