पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र में 19 मई को चुनाव होना है भाजपा ने यहां से निवर्तमान सांसद केन्द्रीय राज्य मंत्री रामकृपाल यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि राजद ने लालू प्रसाद यादव की बेटी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती को अपना उम्मीदवार बनाया है।
जातीय समीकरण की बात करें तो इस बार पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र में 5 लाख भूमिहार वोटर निर्णायक भूमिका में है। एनडीए से नाराज चल रहे भूमिहार मतदाताओं ने पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र से अरबपति व्यवसाई रमेश कुमार शर्मा को अपने उम्मीदवार के तौर पर उतारा है। 25 से ज्यादा संगठनों ने संयुक्त रूप से रमेश कुमार शर्मा का समर्थन किया है। रमेश कुमार शर्मा भाजपा व राजद के आधार गत वोटों में सेंधमारी किए बगैर ही जोरदार टक्कर दे रहे है। पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र के चुनावी समीकरण में बदलाव का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि पटना से लेकर दिल्ली तक भाजपा के थिंक टैंक के साथ ही साथ उसके सहयोगी दल जदयू लोजपा के महारथी भी पाटलिपुत्र क्षेत्र में ही डेरा डाले हुए है।
खुद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने अपनी प्रतिष्ठा से इस सीट को जोड़ रखा है। दूसरी तरफ राजद प्रत्याशी मीसा भारती को भी रमेश शर्मा के आने से परेशानी हुई है। राजद के सभी बड़े रणनीतिकारों के साथ ही साथ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की सभा इस इलाके में हो चुकी है। भाजपा व राजद ने पाटलिपुत्र में तेजी से बदलते चुनावी समीकरण को देखते हुए दर्जनभर से ज्यादा फिल्मी कलाकारों को भी अपने पक्ष में उतारा है।
सूत्र बताते हैं कि यह सब कुछ निर्दलीय प्रत्याशी रमेश कुमार शर्मा को घेरने की तैयारी चल रही है। भाजपा की तरफ से रमेश कुमार शर्मा को मैनेज करने के लिए कोशिश की गई पर वे टस से मस नहीं हुए। रमेश कुमार शर्मा संभवत देश के एकलौते निर्दलीय प्रत्याशी हैं जो अपने घोषणापत्र पर चुनाव लड़ रहे ।
उन्होंने घोषणा की है कि चुनाव जीतने के बाद एक पैसा भी खुद के लिए नही लेगे। ईश्वर में उन्हें बहुत कुछ दिया है वे पैसा कमाने के लिए नहीं क्षेत्र के विकास के लिए राजनीति में आए है। क्षेत्र के विकास का मॉडल उन्होंने पहले से बना रखा है। सड़क बिजली पानी के साथ ही साथ सबको स्वाभिमान और रोजगार की बातों पर ज्यादा जोर दे रहे.है। अपने चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने क्षेत्र के 5000 से ज्यादा बेरोजगार युवाओं को अपनी और अपने मित्रों की विदेशी कंपनियों में नौकरी देने का शपथ लिया है। क्षेत्र के फुलवारीशरीफ मसौढ़ी विक्रम पालीगंज मनेर दानापुर विधानसभा क्षेत्र के लगभग 3000 से ज्यादा गांवों का दौरा भी कर चुके गांव में जाने के बाद यह हवा हवाई नेताओं की तरह हाथ जोड़कर आगे नहीं निकलते बल्कि वोटर से बात करते हैं उन्हें समझाते हैं कि उनका एक वोट खेल को बदल सकता है। जनता को सेवक चुनने की नसीहत देते हैं ना कि राजा।
उनका कहना है कि जनतंत्र में जनता मालिक है पर जनता के वोट से चुनाव जीत जाते हैं वही मालिक बन जाते हैं। रमेश शर्मा की धमक से पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र का चुनाव काफी रोचक हो गया है। इनका चुनाव चिन्ह पानी का जहाज आप लोगों के जुबान पर भूमिहार बहुल गांव में दलीय प्रत्याशियों के लिए मुर्दाबाद के नारे लगने लगे लोगों ने अपने-अपने घरों के आगे रमेश कुमार शर्मा का झंडा लगाकर घोषित कर दिया है कि वे इस बार बदलाव के मूड में है।