बचपन में छूटा मां का साया, पिता ने मौह त्यागा, बालिग होकर पुत्र ने कर दिया कमाल ♦ नाना के घर पला बढा और पाई शिक्षा, उदाकिशुनगंज का बढाया मान
उदाकिशुनगंज/मधेपुरा/बिहार : उदाकिशुनगंज मुख्यायलय के वार्ड संख्या सात के कमलकिशोर ठाकुर नाना आज संवाददाता रजनीकांत ठाकुर मामा के घर पले बढे 18 वर्षीय रौशन कुमार ने एनसीएचएम जी 2019 परीक्षा में सफलता हासिल की है। होटल मैनेजमेंट के राष्ट्रीय स्तर की परीक्षा में रौशन ने देश स्तर पर 10304 वां रैंक लाया है। इसकी ऑन लाईन परीक्षा 27 अप्रैल को हुई थी। जिसका परिणाम 14 मई को सामने आया।
रौशन की कामयाबी पर नाना नानी के घर खुशियों का माहौल है। जबकि रौशन को अपने घर वालों से वास्ता नहीं है। क्योंकि कि रौशन जब तीन साल के थे तो उसकी मां का देहांत हो गया। उसी समय नाना के घर छोड़ पिता ने बेटे से मौह त्याग लिया। रौशन ने नाना के घर पल बढकर शिक्षा पाई। उदाकिशुनगंज से ही मैट्रिक और इंटर की परीक्षा उत्तीर्ण की। इंटर में उसे 57 फीसदी अंक मिले।
तीन साल की उम्र में ही सर उठ गया था मां का साया
जब रौशन तीन साल का था तो मां का देहांत हो गया। अपने को आंखों के सामने बिछड़ते देख उस वक्त मां के जाने का गम नहीं समझ पाया। फिर उसी समय पिता ने मासूम बच्चे को छोड़कर खुद का नया घर बसा लिया। नन्हे से इस बच्चे को उदाकिशुनगंज मुख्यायलय के वार्ड संख्या सात निवासी कमलकिशोर ठाकुर नाना, मामा रजनीकांत ठाकुर के घर छोड़ दिया। उसके बाद पिता कभी अपने बेटे को झांकने तक नहीं पहुंचे। नाना, नानी को बेटी के जाने का गम और नन्हा सा बच्चे को पालने की जबावदेही आ गई। नाना नानी ने जबावदेही को बखूबी निभाया। नाना और नानी ने नन्हे से बालक का नाम रोशन रखा। नाम रखते वक्त नाना ,नानी, मामा ने कभी नहीं सोचा था कि उसका नाती बड़ा होकर खुद का नाम रेशन करेगा। मां की मौत आज भी अबूझ पहेली बना हुआ है।