उदाकिशंगंज/बिहार : अनुमंडल मुख्यालय के प्रखंड कार्यालय परिसर में चल रहे केवाईपी सेंटर के शिक्षक धनजंय कुमार के विरुद्ध शिकायत की जांज शुरू कर दी गई है। इस मामले में शिक्षक धनजंय बुधवार को एसडीएम एसजेड हसन के समक्ष अपना पक्ष रखने के लिए उपस्थित हुए। वहां पर शिकायतकर्ता छात्र भी मौजूद रहे। जहां अधिकारी ने शिक्षक और छात्रों के समक्ष समस्या सुनी। छात्रों ने शिक्षक के सामने आरोपो की झड़ी लगा दी।
छात्रों ने बताया कि वह सभी जनवरी बेच के है। फरवरी तक ठीक ठाक पढाई हुई। यधपि मार्च महीने में न तो किसी दिन थ्योरी और न ही प्राईक्टिल कराया गया। इसकी जगह मार्च के बेच के छात्रों को पढाया जाने लगा। छात्रों ने बताया कि पढाई नहीं होने की बात करने पर शिक्षक धनजंय न केवल अपशब्दों का प्रयोग किए बल्कि गाली गलौज भी किया। जांच के दौरान संचालक धनजंय के आप्तिजनक ओडिओ वीडीओ का भी जिक्र हुआ। केंद्र में छात्राओं के साथ बदलसूलकी की बात भी सामने आया। आरोपी शिक्षक ने पक्ष रखते हुए सभी आरोपों को गलत ठहराने की कोशिश की। यधपि वह जांच अधिकारी को बरगला नहीं पाए। ओडिओ और वीडीओ के बाबत शिक्षक ने कहा कि उसके बेटे की तबीयत खराब थी। वह काफी टेंशन में थे। जिस वजह से उसने कुछ गंदी बातें की। संचालक ने कहा कि वैसे वह बुरे नहीं है। लेकिन छात्रों और छात्र संगठनों ने जो तथ्य रखे । वह काफी चौकाने वाला रहा। शिक्षक ने ओडिओ में कहीं बात को स्वीकार और जांच अधिकारी से क्षमा मांगते हुए भविष्य वैसी गलती नहीं होने की बात कही। जांच अधिकारी के सामने सब साफ हो गया कि शिक्षक ने गलती की है।
इस मामले पर एसडीएम ने शिक्षक से सीसीटीवी कैमरे के चार दिन पीछे और चार दिन आगे का फुटेज उपलब्ध कराने को कहा है। एसडीएम ने बताया कि मामला संगीन है। जांच बारिकी से हो रही है। इसलिए जांच पूरी होने में वक्त लगेगा। जांच के दौरान अभाविप के नगर मंत्री तरूण कुमार भी मौजूद रहे। उन्होंने भी केवाईपी में छात्रा के साथ बदलसूलकी होने का शिकायत दर्ज करा रखा है। जांच के शुरूआती दौर में सामने आए तथ्यों से शिक्षक धनजंय पर गाज गिरना तय माना जा है। बहरहाल एक बड़ी और निष्पक्ष जांच प्रक्रिया पूर्ण होने का लोगों को इंतजार है।
शिक्षक अमलेश कुमार राय ने छात्र-छात्राओं के शिक्षण संस्थान में इस तरह की घटना को बेहद शर्मनाक और निंदनीय बताया। शिक्षण संस्थान में संस्कार दिए जाते हैं ना कि दुर्व्यवहार किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे संचालकों के खिलाफ निष्पक्षता से जांच कर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
हरिहर साह कॉलेज अध्यक्ष आदित्य कुमार ने कहा कि शिक्षक के द्वारा शिक्षण संस्थान में इस तरह की हरकत क्षमा योग्य नहीं है। पूरी निष्पक्षता से इसकी जांच हो और शिक्षण संस्थान के आड़ में हो रहे घिनौने अनैतिक कार्य के जिम्मेवार को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए।