जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संकल्प रैली को पूरी तरह से विफल बताया। खुद पार्टी के राष्ट्रीय संरक्षक राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने ट्विट कर कहा कि यह सुपर डुपर सुपर फ्लॉप रैली थी। बिहार की जनता ने शहीद पिंटू कुमार सिंह जी के अपमान का बदला ले लिया। प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, डबल इंजन की सरकार, भाजपा, जदयू और लोजपा तीन दलों की संयुक्त रैली में गिनती के लोग पहुंचे। उन्होंने कहा कि जनता को सिर पर उठाने और फिर गिराने में भी देर नहीं लगता। भाजपा की भीषण पराजय तय।
वहीं, जन अधिकार पार्टी (लोकतांत्रिक) के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एजाज अहमद और राष्ट्रीय महासचिव सह प्रवक्ता प्रेमचंद सिंह ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर अपने संयुक्त वक्तव्य में कहा कि जिस तरह से सरकारी तंत्र के सहारे रैली को सफल बनाने का कार्यक्रम चल रहा था, उस हिसाब से बिहार की जनता रैली में नहीं आ कर यह स्पष्ट कर दिया कि वह दोबारा केंद्र में जुमलेबाज की सरकार नहीं चाहती है। और ना ही बिहार में पलटी मार सरकार चाहती है।
उन्होंने कहा कि दरअसल तीनों दलों के नेताओं ने अरबों रुपया खर्च करके भी रैली को पैमाना बनाकर आने वाले लोकसभा चुनाव को जीतने का जो गेम प्लान तैयार किया था। उसे प्रदेश की जनता ने पूरी तरह से विफल कर दिया। इसके लिए राज्य की जनता धन्यवाद की पात्र है। जाप नेताओं ने कहा कि गरीबों किसानों और आम जनों को ठगने वाली सरकार के मुखिया नरेंद्र मोदी का आकर्षण दिन-प्रतिदिन कम होते जा रहा है। यह आज के गांधी मैदान की रैली मे स्पष्ट रूप से देखने को मिला अब देश की जनता विकल्प की राजनीति को चाहती है। और धर्म तथा जुमलेबाजी के आधार पर राजनीति करने वालों को पसंद नहीं कर रही है आज की रैली से स्पष्ट हो गया ।