मधेपुरा/बिहार : सहरसा जिले के पतरघट निवासी उमेश यादव के अपहृत पुत्र रोबिन कुमार उर्फ रोहित कुमार को पुलिस ने कड़ी मशक्कत के उपरांत मोबाइल लोकेशन के आधार पर गोपालगंज जिला के बरौली थाना के मिर्जापुर गांव स्थित राम बाबू के घर से बरामद किया। वहीँ पुलिस ने घटना में संलिप्त तीन अपहरणकर्ता को भी गिरफ्तार किया है।
उपरोक्त बातें रविवार को सदर थाना में प्रेस वार्ता के दौरान पुलिस अधीक्षक संजय कुमार ने कही। उन्होंने बताया कि 31 जनवरी को बिशनपुर पतरघट सहरसा के रहने वाले उमेश यादव के द्वारा सदर थाना मधेपुरा में एक आवेदन दिया था। आवेदन में पुत्र रोबिन कुमार उर्फ रोहित कुमार के गुमशुदगी और उनके मोबाइल पर कॉल करके पांच लाख फिरौती की मांग करने की सूचना दी गई थी।
जिसके बाद उस आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान जारी कर दिया गया। जिस नंबर से उमेश यादव के मोबाइल पर कॉल आ रहा था। वह नंबर उनके अपहृत पुत्र का ही था।
अलग-अलग जिले के एसपी से किया संपर्क
पुलिस ने उस नंबर का लोकेशन ट्रेस किया। लोकेशन ट्रेस करने के बाद उसका लोकेशन मुजफ्फरपुर में पाया गया। उसके आधार पर उस नंबर का लगातार ट्रेस किया गया, 31 जनवरी की रात से लेकर 1 फरवरी को तक लगातार की गई जाँच के दौरान वह नंबर मुजफ्फरपुर पिपरा कोठी मोतिहारी बरौली गोपालगंज क्षेत्रों में वह नंबर पाया गया।
उक्त बातों की जानकारी रविवार को सदर थाना में पुलिस अधीक्षक प्रेस वार्ता के दौरान दिया। उन्होंने बताया कि नंबर की स्थिति के जांच के बाद सदर थानाध्यक्ष मनोज कुमार महतो के नेतृत्व में कमांडो हेड विपिन कुमार, टेक्निशियन सेल से अमर कुमार, एसआई अरुण कुमार सिंह, अभिषेक कुमार, डब्लू कुमार, विकाश कुमार, राजेश कुमार एवं अन्य कमांडो टीम की एक टीम गठित कर सभी स्थानों पर जांच के लिए भेजा गया।
इस दौरान टीम कैंप करके उस नंबर पर नजर रखे हुए थे। इस बीच पुलिस अधीक्षक के द्वारा जिन-जिन जिलों में नंबर पाया गया वहां पुलिस अधीक्षक से संपर्क साधे।
पुलिस ने बड़े ही चालाकी से अपहरकर्ता किया गिरफ्तार
रात भर अपहरणकर्ता के द्वारा फिरौती के लिए पिपरा कोठी पुल के पास घुमाया गया। फिर भी अपहरणकर्ता ग्रुप वहां नहीं पहुंचे जिसके बाद अगले दिन 1 फरवरी को अपहरणकर्ता से फिर टीम की बात हुई। इसके बाद अपहरणकर्ता ने उन लोगों को डुमरिया पुल के पास बुलाया, जहां पर पुलिस बल एवं कमांडो के द्वारा पूरी तरह अपहरणकर्ता के ग्रुप को पकड़ने के लिए जाल बिछा दिया गया। जब पुलिस बल के द्वारा अपहरणकर्ता ग्रुप को फिरौती दिया जा रहा था। उसी समय कमांडो ने एक अपहरणकर्ता को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस बल के द्वारा जब गिरफ्तार अपहरणकर्ता से पूछताछ की गई तो उसके द्वारा बताये गये स्थान गोपालगंज जिला के बरौली थाना के मिर्जापुर गांव के राम बाबू के घर से अपहृत को बरामद किया गया।
पांच लोगों ने किया था रोहित का अपहरण
पुलिस अधीक्षक संजय कुमार ने बताया कि इस पूरे घटनाक्रम को देखते हुए यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस अपहरणकर्ताओं का संबंध मधेपुरा से है। उन्होंने बताया कि रोहित कुमार जिले में रहकर आईटीआई की पढ़ाई करता है और आईटीआई के कैंपस में ही रहता भी है। इसके अलावा रोहित कुमार स्थानीय कई शिक्षण संस्थान में ट्यूशन भी करता था। अनुसंधान के दौरान यह पता चला कि रोहित 31 जनवरी को सुबह ट्यूशन पढ़ने निकला था। लेकिन जब पता लगाया गया तो पता चला कि रोहित जहां ट्यूशन पढ़ता था वह नहीं पहुंचा था। रोहित का कहना है कि ट्यूशन पढ़ने के जाने के क्रम में 5 आदमी आए और उन्हें घुमाने के बहाने गाड़ी में बैठा कर चले गये।
घुमाने के बहाने कह कर लिया अपहरण
उन्होंने बताया कि अपहरणकर्ता में एक लड़का रोहित के पहचान का था जोकि जिला मुख्यालय के जयपाल पट्टी चौक का रहने वाला है और वह कुंदन कुमार, राजू कुमार, रवि कुमार जैसे कई नामों से जाना जाता है। कुंदन कुमार रोहित कुमार से पूर्व से परिचित था और उसी के द्वारा मोबाइल से कॉल करके कहने पर रोहित को गाड़ी में बैठाया गया। हालांकि इस मामले में रोहित का कहना है कि उन लोगों के द्वारा जबरदस्ती गाड़ी में बैठाया गया। लेकिन अपहरणकर्ता का कहना है कि वह रोहित को घुमाने के बहाने गाड़ी में बैठा है और लेकर चले गये। कुंदन कुमार का साथ मधेपुरा जिले से गम्हरिया प्रखंड के बरियाही निवासी नीतीश कुमार जो कई कांडों में सम्मिलित है, इसकी खोज भी पुलिस कर रही थी। साथ ही नीतीश कुमार जिला मुख्यालय के बस स्टैंड के समीप एक लॉज भी संचालित करता है और नीतीश कुमार के परिचित दीपक कुमार भी सम्मिलित था। इसका साथ गोपालगंज के बिरौली थाना निवासी रामबाबू इन पर भी गोपालगंज थाना में कई प्राथमिकी दर्ज है।
जमीन बेचने मिली थी सूचना, हुआ अपहरण
इस घटना में पुलिस के द्वारा 24 घंटे के अंदर अपहृत रोहित कुमार की बरामदगी सहित तीन अपहरणकर्ता कुंदन कुमार, नीतीश कुमार एवं दीपक कुमार को गिरफ्तार कर लिया एवं दो की गिरफ्तारी के लिए अनुसंधान जारी है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अनुसंधान के दौरान पता चला कि अपहृत रोहित के पिताजी ने कुछ जमीन को बेचा था जिसकी सूचना सहायक अपहरणकर्ताओं को मिल गई, जिसके बाद अपहरणकर्ता ने रोहित का अपहरण कर लिया।
प्रेस वार्ता के दौरान एसडीपीओ वसी अहमद, थानाध्यक्ष मनोज कुमार महतो, कमांडो हेड विपिन कुमार टेक्निशियन सेल से अमर कुमार एसआई अरुण कुमार सिंह, अभिषेक कुमार, डब्लू कुमार, विकाश कुमार, राजेश कुमार एवं अन्य कमांडो टीम मौजूद थे।