मधेपुरा : सरकार की लापरवाही के कारण चारागाह बना कई उत्क्रमित उच्च विद्यालय, उदाकिशुनगंज- बेखबर सरकार, सुस्त विभाग

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प्रिंस कुमार मिठ्ठू
संवाददाता
बिहारीगंज, मधेपुरा

उदाकिशुनगंज/मधेपुरा /बिहार: प्रखंड के विभिन्न पंचायतों में सरकार के द्वारा करोड़ों रुपये लगाकर उत्क्रमित उच्च विद्यालयों का भवन निर्माण कार्य तो पुर्ण करा लिया गया है पर सरकार और शिक्षा विभाग के अधिकारियों के लापरवाही की वजह से विद्यालय में साधन और शिक्षक के अभाव में पढ़ाई नहीं हो पा रही है। ऐसे विद्यालयों में नामांकित छात्र-छात्राओं का कहना है कि बिना पढाई के कड़ाई से परीक्षा ली जाती है। जिसके चलते छात्र-छात्राओं में काफी आक्रोश व्याप्त है।
ज्ञातव्य है कि उदाकिशुनगंज प्रखंड में कुल चार उत्क्रमित उच्च विद्यालय हैं। इन विद्यालयों में पढाई नहीं होने के कारण छात्र-छात्राएं निजी कोचिंग संस्थानों का सहारा लेने के लिए मजबूर हैं। आर्थिक रुप से तंग गरीब तबके के छात्र-छात्राओं को अच्छी शिक्षा मयस्सर नहीं हो पाती है। फलस्वरूप परीक्षा परिणाम में अच्छे अंक नहीं ला पाते हैं जिस वजह से ऐसे छात्र-छात्राएँ सरकारी नौकरी से महरूम रह जाते हैं। क्योंकि आज के दौर में तकरीबन सभी सरकारी पदों पर बहालियाँ मेधा अंक के आधार पर होता है ।

सनद रहे कि शिक्षा विभाग द्वारा उत्क्रमित उच्च विद्यालय मंजौरा, उत्क्रमित उच्च विद्यालय बीड़ीरणपाल, उत्क्रमित उच्च विद्यालय बाराटेनी और उत्क्रमित उच्च विद्यालय उदा को उच्च विद्यालय का दर्जा देकर वहां भवन निर्माण तो करा दिया गया है, लेकिन इन विद्यालयों में आजतक शिक्षकों को पदस्थापित नहीं किया गया है । लिहाजा विद्यालयों में नामांकित छात्रगण परेशान हैं।

उत्क्रमित उच्च विद्यालय बाराटेनी

विद्यालयों की स्थिति

उत्क्रमित उच्च विद्यालय, मंजौरा : विभागीय सूत्रों के अनुसार उत्क्रमित उच्च विद्यालय मंजौरा में कुल 500 छात्र-छात्राएँ नामांकित हैं। प्रतिवर्ष परीक्षा भी ली जाती है , लेकिन शिक्षक एक भी नहीं है। विद्यालय के प्रभार में मध्य विद्यालय मंजौरा के प्रधानाध्यापक प्रमोद पासवान हैं , जो किसी तरह बच्चों का भविष्य संवार रहे हैं। विद्यालय परिसर को स्थानीय किसान खलिहानों और पशुओं के चारागाह के रूप में उपयोग कर रहे हैं।

उत्क्रमित उच्च विद्यालय, उदा

उत्क्रमित उच्च विद्यालय, बीड़ीरणपाल

उत्क्रमित उच्च विद्यालय, बीड़ीरणपाल में कुल 153 छात्र-छात्राएँ नामांकित हैं ।प्रतिवर्ष परीक्षा भी ली जाती है। एक भी शिक्षक नहीं है। विद्यालय खेत के बीचो बीच स्थित है। विद्यालय में आने- जाने का रास्ता भी नहीं है ।चारों तरफ फसल लहलहा रही है। विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक अब्दुस्सलाम किसी तरह बच्चों को परीक्षा दिलवा पा रहे हैं।

उत्क्रमित उच्च विद्यालय, मंजौरा

उत्क्रमित उच्च विद्यालय बाराटेनी

उत्क्रमित उच्च विद्यालय, बाराटेनी में कुल 254 छात्र-छात्राएँ नामांकित हैं। विद्यालय में तीन शिक्षक कार्यरत हैं। साधन और शिक्षक के कमी के कारण विद्यालय में पठन पाठन नहीं होता है। प्रतिवर्ष परीक्षा ली जाती है।लिहाजा छात्र- छात्राओं की उपस्थिति भी अपेक्षाकृत कम रहती है । प्रधानाध्यापक प्रवीण कुमार को काफी मशक्कत का सामना करना पड़ता है ।

उत्क्रमित उच्च विद्यालय, बीडी रणपाल

उत्क्रमित उच्च विद्यालय उदा

उत्क्रमित उच्च विद्यालय ,उदा में कुल 300 छात्र-छात्राएँ नामांकित हैं। विद्यालय में तीन शिक्षक कार्यरत हैं। साधन और शिक्षक की कमी के कारण विद्यालय में पठन पाठन नहीं होता है। विद्यालय भवन का उपयोग इंटर और मेट्रिक परीक्षा केन्द्र के रुप में लिया जाता है।

क्या कहते हैं जनप्रतिनिधि

उक्त बाबत उदाकिशुनगंज पुर्वी जिला परिषद सदस्या रीना जायसवाल और उदाकिशुनगंज पश्चिमी जिला परिषद सदस्य अमन कुमार यादव ने बताया कि उत्क्रमित उच्च विद्यालयों की मूलभूत समस्याओं को लेकर कई बार जिला परिषद की बैठक में आवाज उठाया पर विभागीय अधिकारियों ने इस ओर कभी ध्यान ही नहीं दिया। सरकार और शिक्षा विभाग की उदासीनता के कारण छात्र- छात्राओं का भविष्य अंधकारमय हो रहा है ।उन्होंने यह भी बताया कि अगर जल्द ही विभाग विद्यालयों में शिक्षकों और साधनों की व्यवस्था नहीं करती है तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।

उग्रेश मंडल, जिला शिक्षा पदाधिकारी, मधेपुरा

क्या कहते हैं डीईओ

जिला शिक्षा पदाधिकारी उग्रेश मंडल ने ‘ द रिपब्लिकन टाइम्स’ को बताया कि मामला गंभीर है । विद्यालय को अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा । उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा शिक्षक का पद सृजन नहीं करने के कारण यह स्थिति है फिलहाल मध्य विद्यालय के शिक्षक ही पठन पाठन का कार्य कर रहे हैं।

बहरहाल आगे क्या होगा यह तो वक्त के गर्त में है । फिलहाल सरकार की लापरवाही, बेखबरी और शिक्षा विभाग की सुस्ती के कारण प्रखंड के गरीब बच्चे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से महरूम हैं ।

समाचार सहयोगी : प्रेमजीत कुशवाहा,संवाददाता उदाकिशुनगंज, मधेपुरा 

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