घैलाढ़/मधेपुरा/बिहार : खसरा-रुबैला उन्मूलन को लेकर मंगलवार से घैलाढ़ प्रखंड के विभिन्न स्कूलों में नौ माह से 15 वर्ष तक के बच्चों को खसरा-रुबैला से बचाने के लिए टीका लगाने काम कार्य शुरू हो गया। जिसका उद्घाटन मुख्य अतिथि जिला परिषद नूतन कुमारी, बीडीओ राघवेंद्र शर्मा, शिक्षा प्रखंड पदाधिकारी उमेश तिवारी, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ ललन कुमार, डॉ अमित कुमार, डॉ मोहम्मद अकरम, डॉ वरुण कुमार, स्वास्थ्य प्रबंधक कुमार धनंजय, केयर प्रबंधक सोनी गांधी ने संयुक्त रूप से किया।
डॉ ललन कुमार ने कहा कि खसरा-रुबैला दोनों ही जानलेवा बीमारी है। इस बीमारी से बचने के लिए खसरा-रुबैला का टीका लगवाना बहुत जरूरी है । वहीं जिप सदस्य नूतन कुमारी ने खसरा-रुबैला के संबंध में कहा कि यह एक जानलेवा बीमारी है हर वर्ष इस बीमारी से लाखों बच्चों की मौत हो जाती है, गर्भवती महिला को होने पर गर्भपात हो जाता है या तो बच्चा अपंग हो जाता है । उन्होंने 9 माह से 15 वर्ष के बच्चों को खसरा-रुबैला का टीका लगाने की ग्रामीणों अपील की। जिप सदस्य ने कहा जहां मेरी जरूरत होगी वहां में भी मौजूद रहूंगी । वहीं प्रखंड विकास पदाधिकारी राघवेंद्र शर्मा ने कहा कि ग्रामीण यदि अपवाह के कारण टीका लगाने से कोई अर्चन डालते हैं तो सूचना दे, ताकि समय से पहुंचकर व्यवधान को दूर कर सकें । वहीं डॉ अमित कुमार ने कहा खसरा-रुबैला का टीका लगवाने से किसी प्रकार का साइड इफेक्ट नहीं होता है। टीकाकरण में सभी स्कूल मिला कर लगभग 900 विद्याथिर्यों का टीकाकरण किया गया खसरा-रुबैला
मौके पर बाल विकास महिला पर्यवेक्षिका राजकुमारी देवी, प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक कुमारी अनिता रानी, ब्लॉक मॉनिटर सनत कुमार, विद्यालय के प्रधानाध्यापक वकील राम, एएनएम रंजू कुमारी, संगीता कुमारी विनोद कुमार आदि स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे ।