मधेपुरा : निलंबित एचएम के समर्थन में छात्रों, अभिभावकों ने लगाया विद्यालय में ताला

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एचएम के निलंबन के विरोध में ग्रामीणों एवं छात्रों ने लगाया विद्यालय में ताला # विद्यालय के मेन गेट पर ताला लगाकर जताया विरोध

जफ़र अहमद
उप संपादक

मधेपुरा/बिहार : जिले के बिहारीगंज प्रखण्ड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय रामगंज में एचएम के निलंबन के बाद विवाद और भी गहराता जा रहा है।

प्रधानाध्यापक गौतम कुमार गुप्त के निलंबन के विरोध में सोमवार को छात्रों और अभिभावकों द्वारा तालाबंदी कर दी गयी। छात्रों और अभिभावकों का कहना था कि प्रधानाध्यापक का निलंबन उचित नहीं है, विभाग अपना फैसला वापस ले। छात्रों और अभिभावकों ने जमकर नारेबाजी की और एचएम के समर्थन में प्रदर्शन किया।

सोमवार को जब एचएम गौतम कुमार गुप्त विभागीय निदेशानुसार विद्यालय का प्रभार देने विद्यालय पहुंचे तो पहले से ही मौजूद छात्रों, अभिभावकों और विद्यालय शिक्षा समिति के सदस्यों ने गेट पर ताला लगाया हुआ था और सभी शिक्षक बाहर खड़े थे। काफी समझाने बुझाने के बाद भी वे लोग ताला खोलने को राजी नहीं हुए। तत्काल निलंबित प्रधानाध्यापक द्वारा बीईओ बिहारीगंज को इस घटनाक्रम की सूचना दी गयी। शिक्षकों ने विद्यालय के बाहर ही अपनी अपनी उपस्थिति बनाई।

 मिली जानकारी के अनुसार विद्यालय के शिक्षक प्रमोद कुमार वरुण को सम्पूर्ण प्रभार सौंप दिया गया है। मालूम हो कि उत्क्रमित मध्य विद्यालय रामगंज में मध्याह्न भोजन के मामले में प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया गया है और इस अवधि में एचएम का निलंबन प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय घैलाढ़ निर्धारित किया गया है।

समाचार प्रेषण तक विद्यालय के गेट का ताला नहीं खुलवाया जा सका है, ताला खुलवाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है।

एचएम के निलंबन का गम व गुस्सा साफ देखा जा रहा है। 

एमडीएम से सम्बंधित राशि रिकवरी के मामले में उत्क्रमित मध्य विद्यालय रामगंज के एचएम गौतम कुमार गुप्त के निलंबन के बाद मामला और भी गहराता जा रहा है। विद्यालय शिक्षा समिति के सदस्यों और ग्रामीणों के निर्णय अनुसार विद्यालय में एमडीएम बन्द कर दिया गया था। उसके बाद डीपीओ एमडीएम मधेपुरा की चेतावनी के बाद फिर बैठक की गई। एचएम के आग्रह को न मानते हुए निर्णय लिया गया कि एमडीएम बन्द ही रखा जाए या अन्य एजेंसी के माध्यम से एमडीएम चलवाया जाय। सभी सदस्यों का कहना था कि आरोपित एचएम से एमडीएम संचालन का कोई औचित्य नहीं बनता है। 5 जनवरी 2019 को एचएम के निलंबन का पत्र जारी हो गया और वरीय शिक्षक को प्रभार देने का आदेश भी जारी हो गया ताकि एमडीएम चालू रहे। एचएम के निलंबन से छात्रों और अभिभावकों में काफी आक्रोश है। ईमानदार और शिक्षा के प्रति जिम्मेदार एचएम को हटाये जाने का गम और गुस्सा साफ देखा जा रहा है।


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