आज के आधुनिक युग में कंप्यूटर शिक्षा जरूरी : डीसीआरएल # रामपुर खोड़ा पंचायत की हरेली गांव के आर्थिक सामाजिक और शैक्षणिक दृष्टिकोण से वंचित बच्चो को गोद ले रही है जिसे संस्थान द्वारा निशुल्क कंप्यूटर की शिक्षा दी जाएगी : पारितोष झा
उदाकिशुनगंज/मधेपुरा/बिहार : उदाकिशुनगंज अनुमंडल मुख्यालय स्थित मीट कंप्यूटर सेंटर में नए सत्र की शुरुआत को लेकर छात्रों के बीच प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मीत कंप्यूटर सेंटर में प्रतिभावान छात्रों को प्रशस्ति प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ भूमि उप समाहर्ता ललित कुमार सिंह, एच एस कॉलेज के प्राचार्य डॉ बीएन विवेका, जदयु महिला नेत्री अनु देवी ने संयुक्त रूप से किया।
समारोह को संबोधित करते हुए उदाकिशुनगंज के भूमि उप समाहर्ता ललित कुमार सिंह ने कहा कि आज के आधुनिक युग में कंप्यूटर शिक्षा जरूरी है। कंप्यूटर शिक्षा के बिना शिक्षा अधूरी रह जाती है। सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थानों में कंप्यूटर की अहार्ता नहीं रखने वाले अभ्यर्थियों का चयन संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि पुराने जमाने के लोग कंप्यूटर की अहमियत को न समझ पातें हो। यद्यपि आज के दौर में इसका बड़ा महत्व है।
एच एस कॉलेज के प्राचार्य डॉ बीएन विवेका ने नए पीढी के युवाओं से कहा कि वह कंप्यूटर शिक्षा को अपनाए। उन्होंने कहा कि कंप्यूटर शब्द भले ही सुनने में कठिन लगता है। लेकिन यह बहुत आसान है। छात्रों को विशेष रूप से टाईपिंग पर ध्यान देने की जरूरत है। कंप्यूटर के द्वारा अन्य ज्ञान की जानकारी आसानी से हो जाएगा। संस्थान के संचालक पारितोष झा ने कहा कि उनके संस्थान ने उदाकिशुनगंज प्रखंड के रामपुर खोड़ा पंचायत की हरेली गांव के आर्थिक सामाजिक और शैक्षणिक दृष्टिकोण से वंचित बच्चो को गोद ले रही है। सभी प्रक्रियाएं अंतिम चरण में है। जो वंचित वर्ग से आते हैं ऐसे बच्चों को गोद लेकर निशुल्क शिक्षा दी जाएगी। उन्होंने बताया कि हरेली गांव के प्रिंस कुमार, आशीष कुमार, प्रशांत कुमार, काजल कुमारी, राहुल कुमार, विक्रम कुमार, पवन कुमार को गोद लिया गया है जिसे मीत कंप्यूटर संस्थान द्वारा निशुल्क कंप्यूटर की शिक्षा दी जाएगी।
मौके पर जदयु नेत्री अन्नू सिंह, युवा राजद नेता रमन यादव, पिंटू कुमार, बसंत कुमार झा, नीरज कुमार, मनोज यादव, दुर्गानंद दास, सत्यनारायण पोद्दार, कमलेश्वरी मेहता, ज्योति कुमारी, रोशनी कुमारी, महाकांत झा, आदि ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किया।