जन्मदिन पर याद किए गए भिखारी ठाकुर घर-घर अलख जगायेंगे, स्वच्छ भारत बनेगा-साफ-सफाई अपनाएंगे, स्वच्छ भारत बनेगा सबसे बड़ा है गहना, साफ रहना-सुनो भैया, सुनो बहना, साफ रहना लोकगीतों के माध्यम से दिया स्वच्छता का संदेश
भोजपुरी जन चेतना के अग्रदूत, समर्थ लोक कलाकार, रंगकर्मी, लोक जागरण के संदेश वाहक और लेखक भिखारी ठाकुर की जयंती के अवसर पर भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के उपभोक्ता मंच पर किया गया, जिसमें बिहार की सुप्रसिद्ध लोक गायिका डा नीतू कुमारी नवगीत ने बिहार की सोंधी माटी की खुशबू से लबरेज लोकगीतों के माध्यम से उन्हें श्रद्धांजलि दी ।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सारन जिले के कुतुबपुर दियारा में जन्म लेने वाले भिखारी ठाकुर ने गीत-संगीत को सामाजिक सरोकारों के साथ इस तरह से जोड़ा कि समाज में उन्हें लोक कलाकार के साथ ही नायकत्व का दर्जा प्राप्त हुआ । भिखारी ठाकुर नारी चेतना और दलित विमर्श के उद्घोषक रहने के साथ-साथ समतामूलक समाज की स्थापना हेतु भी प्रयासरत रहे । बिदेसिया, भाई विरोध,बेटि बेचवा, गवर घिचोर, राधे श्याम बहार, बिरहा बहार जैसे नाटकों के माध्यम से भिखारी ठाकुर ने अपने समय की पीड़ा को प्रकट किया । सांस्कृतिक प्रस्तुति में नीतू कुमारी नवगीत ने महाकवि विद्यापति रचित दुर्गा स्तुति जय जय भैरवी से कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए बाबा हरिहर नाथ को समर्पित शिव भजन भोला के देखेला बेकल भइले जियरा पेश किया ।
शिवजी की बारात की भयावहता को प्रकट करने वाला गीत डर लागे ए हमरा डर लागे हे, शिव संग भूत पिशाच सब नाच करेला, विषधर सांप फुफकार मारेला गाकर नीतू नवगीत ने रंग जमाया । उन्होंने फर गइले नेमुआ, ओलार गइले डलिया, परदेसी बलमुआ ना अईले हो, सेजिया पे लोटे काला नाग हो कचौड़ी गली सून कइला बलमू, कवने देशे गइले बलमुआ कथिया लाईहे ना, मोरा पिछवरिया झिहिरिया के गछिया और हमारा आम अमरैया बड़ा नीक लागेला, सैया तोहरी मरइया बड़ा नीक लागेला, रेलिया बैरन पिया को लिए जाए रे रेलिया बैरन जैसे झूमर सुनाकर सुनने वालों का खूब मनोरंजन किया ।बिहार के विख्यात कवि भिखारी ठाकुर का गीत ‘रेलिया बैरन पिया को लिए जाए रहे…’।
इस गीत के माध्यम से उन्होंने उस महिला की पीड़ा बयां की, जो काम पर परदेस गए पति के बिछोह में है, को खूब पसंद किया गया ।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान को सफल बनाने की अपील करते हुए उन्होंने घर-घर अलख जगायेंगे, स्वच्छ भारत बनेगा साफ-सफाई अपनाएंगे, स्वच्छ भारत बनेगा और सबसे बड़ा है गहना साफ रहना, गाकर लोगों को सफाई के लिए श्रमदान करने हेतु प्रेरित किया । गायिका नीतू कुमारी नवगीत ने बिहार की धरती को नमन करते हुए जिस धरा पर हमने जन्म लिया वही हमारा मान है ए बिहार की धरती तुझ पर जीवन कुर्बान है जब गाया तो सभी सुनने वालों ने सुर में सुर मिला कर उनका साथ दिया । नीतू नवगीत के साथ नाल पर मनोज कुमार सुमन, हारमोनियम पर राकेश कुमार, बांसुरी पर मो सरफुद्दीन और पर्कशन पर ऋषि राज ने संगत दिया ।मंच संचालन काव्यात्मक अंदाज में किशलय किशोर और चंदन नवीन ने किया ।