मधेपुरा/बिहार : कोसी रेंज के डीआइजी सुरेश प्रसाद चौधरी ने शनिवार को मधेपुरा पहुंचकर अपराध नियंत्रण एवं पुलिस के क्रियाकलाप की समीक्षा की। डीआइजी को सर्वप्रथम समाहरणालय परिसर में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। उसके पश्चात डीआइजी समाहरणालय के उपरी तल स्थित पुलिस मुख्यालय पहुंचे। वहां पुलिस अधीक्षक के वेश्म में एसपी संजय कुमार, सदर एसडीपीओ वशी अहमद, मुख्यालय डीएसपी रहमत अली, सदर थाना अध्यक्ष मनोज कुमार महतो समेत अन्य अधिकारियों के साथ लंबित मामलों की समीक्षा की। डीआइजी ने निर्देश दिया कि किसी भी सूरत में अनुसंधान में कोताही न बरतें, अविलंब वारंटियों की गिरफ्तारी तथा कुर्की का निष्पादन करें।
उन्होंने बताया कि यह समीक्षा बैठक केस रिव्यू को लेकर की गई है। वर्ष 2001 से लेकर अब तक के मामलों का निष्पादन के लिए सभी अधिकारियों को निर्देश दिया गया है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2001 से अब तक 62 मामलों का निष्पादन नहीं किया गया है। जिसे निष्पादन के लिए करे निर्देश दिए गए हैं, साथ ही सभी मामलों के अनुसंधान के लिए आयोग को संबंधित मामलों के लिए सहयोग भी किया जाता है एवं उन्हें उस मामले के लिए जल्द से जल्द निपटाने के लिए निर्देश भी दिया जाता है।
डीआइजी सुरेश प्रसाद चौधरी ने साइबर क्राइम के मामलों को लेकर कहा कि सभी जिलों में साइबर थाना बनाया जाएगा। इसके लिए साइबर एक्सपर्ट की खोज की जा रही है साथ ही साइबर थाना बनने के बाद उसके लिए भी बहाली की प्रक्रिया निकाली जाएगी एवं थाने के साइबर एक्सपर्ट के साथ साथ अन्य कर्मियों की बहाली निकाली जाएगी। उन्होंने कहा कि जब तक सभी जिलों में साइबर थाना नहीं खुल जाता है, तब तक इन मामलों का निपटारे के लिए पटना से ऑपरेट किया जा रहा है।
वहीं पुलिस अधीक्षक संजय कुमार ने कहा कि उनके कार्यकाल में एक भी साइबर क्राइम का मामला नहीं बचा हुआ है। कुछ पुराने मामले का निष्पादन नहीं हुआ है, जिसके लिए भी संबंधित थाने को जल्द से जल्द निष्पादन के लिए निर्देश दिए गए हैं। सभी मामलों का निष्पादन कर दिया गया है। साइबर क्राइम से जुड़े किसी भी तरह की सूचना आने पर उस पर जल्द से जल्द कार्रवाई कर, मामलों का निष्पादन कर दिया जाता है। उन्होंने कहा कि अगर इस तरह के मामलों से संबंधित किसी भी आम जनों को अगर किसी तरह की परेशानी हो तो संबंधित थाने को तुरंत सूचित करें, उस पर कार्रवाई की जाएगी।
बीते महीनों पहले जिला मुख्यालय के बस लूटकांड मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक संजय कुमार ने कहा कि अब तक दोषी नही पकड़ाया है। सूचना मिलने में लेट हो गया था, वरना तुरंत तीनो जिले को शील कर के अपराधी को पकर लिया जाता। अपराध के बाद अपराध में यूज करने वाले मोबाइल का ट्रैक किया जा रहा है। लेकिन मोबाइल का यूज नहीं हो रहा है, जिस कारण पुलिस प्रशासन को अपराधियों को पकड़ने में परेशानी हो रही है, लेकिन जल्द से जल्द इस मामले का भी निष्पादन किया जाएगा।