पटना/बिहार : जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय संरक्षक सह सांसद पप्पू यादव ने बुधवार को पटना के गर्दनीबाग स्थित धरना स्थल पर बिहार राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ के द्वारा मुख्यमंत्री के समक्ष 15 सूत्री मांगों को लेकर आयोजित विशाल धरना व प्रदर्शन को समर्थन देते हुए कहा कि बिहार के बदलाव में महिलाओं की बड़ी भूमिका है। समाज की गतिशीलता में नारियों की भूमिका निर्णायक है। इसके बावजूद बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य और पोषण के कार्यों में सहयोग कर रहीं आंगनबाड़ी सेविकाओं को सरकार न सम्मान दे रही है और न सम्मानजनक मानदेय।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने आंगनबाड़ीकर्मियों के मानदेय में बढ़ोत्तरी कर दी है, लेकिन राज्य सरकार बढ़ा हुआ मानदेय नहीं दे रही है। सांसद ने कहा कि सरकार के पास मूर्ति बनाने के लिए पैसे हैं। विधायकों के वेतन-भत्ता बढ़ाने के लिए पैसे हैं, लेकिन आंगनबाड़ी सेविकाओं को मानदेय देने के पैसे नहीं हैं। राजनेताओं को जनकल्याण की चिंता नहीं है। सभी वोट की राजनीति कर रहे हैं। सब जाति-पात, मंदिर-मस्जिद, दलित-सवर्ण की राजनीति कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जनता के मुद्दों को लेकर हम और सुपौल की सांसद रंजीत रंजन लगातार संसद में उठाते रहे हैं। आंगनबाड़ी सेविका, ममता आदि के मानदेय की बढ़ोत्तरी की मांग हम लगातार करते रहे हैं। इसी का परिणाम है कि केंद्र सरकार ने आंगनबाड़ी सेविकाओं में बढ़ोत्तरी की। जन अधिकार पार्टी (लो) आंगनबाड़ी सेविकाओं की मांगों के साथ है और उनके न्याय की लड़ाई लड़ती रहेगी। उन्होंने बिहार राज्य चौकीदार – दफादार के द्वारा आयोजित धरना को भी समर्थन दिया।