बिहार के समस्तीपुर जिले के दलसिंहसराय प्रखंड अंतर्गत शिक्षा के क्षेत्र में प्रतिभा सम्पन्न ग्राम पगड़ा 400 वर्ष पूर्व स्थापित प्राचीन राम जानकी काली स्थान मंदिर आज भी आस्था, विश्वास और दुखियों के मनोकामना को पूर्ण करने के लिए प्रसिद्ध है।
लोगों का कहना है कि इस राम जानकी काली स्थान मंदिर की स्थापना 400 साल पहले भैरव सहाय सिंह के द्वारा करवाया गया था। इसमें स्थापित काली जी की प्रतिमा में प्राण- प्रतिष्ठा विंध्याचल में ही हुई थी। पूर्व में इस मंदिर का निर्माण विंध्याचल के जैसा ही था।जो कि पगड़ा ग्राम के ही पूर्वज विंध्याचल से महीनों पैदल चलकर अपने कंधे पर लेकर आए थे । इसे लाने में लगभग एक साल का समय लग गया था। कहा जाता है कि देखरेख के लिए आसपास के 12 एकड़ जमीन को मंदिर के नाम दान की गई थी । यहां पर काली जी की मूर्ति स्थापित है , दूसरी सबसे बड़ी विशेषता है आश्विन महीने में दुर्गा पूजा होता है।
आज भी सिंहासन 200 साल पुराना है। इसकी विशेषता है एक ही सिंहासन के अंदर सारी प्रतिमा होती हैं। दूर-दूर से भक्त यहां अपनी मन मुरादे पूरी करने के लिए आते हैं, और मुंडन होता है काली स्थान मंदिर का पुनर्निर्माण 2010 से 2011 के बीच में हुआ था । इसमें मुख्य रूप से पारसनाथ सिंह और रामसनेही सिंह जी के द्वारा करवाया गया था । वर्तमान में भारत सरकार में केंद्रीय राज्यमंत्री गिरिराज सिंह के द्वारा भूमि पूजन किया गया था।
यह आसपास के गांवों ही नहीं वरण समस्त जिले के लिए आस्था का केन्द्र बना हुआ है। कष्ट हरने वाली मां सबका कल्याण करती हैं। इस संबंध में ग्रामीणों के द्वारा बहुत सारी कहानियां जिसमें बतलायी जाती है। जो भी सच्चे मन से इस मंदिर में अपनी पूजा अर्चना करते उसकी मनोकामना पूर्ण होती है। यहां पर मां काली के साथ राम, लक्ष्मण और सीता जी की भी प्रतिमा है। यहां शिव जी, भैरव बाबा और बजरंगबली का भी दर्शन होता है। आज भी दूर-दूर से यहां पर भक्तजन अपने मन की मुराद पूरा करने के लिए आते हैं । कुछ साल पहले तक दुर्गा पूजा में दूर-दूर से यहां पर कुश्ती देखने के लिए लोग दूर दूर से आते थे । यहां की कुश्ती बहुत ही प्रसिद्ध थी।
वर्तमान में संचालन समिति के अध्यक्ष पारस नाथ सिंह तथा सचिव राम स्नेही सिंह हैं जिनके सफल निर्देशन में आस्था का यह धरोहर प्रगति की ओर अग्रसर है। राम जानकी काली स्थान मंदिर को पुनः गौरव प्राप्त कराने में राम स्नेही सिंह की अग्रगण्यी भूमिका बतायी जा रही है।
इस संबंध में भाजपा के युवा नेता और उपाध्यक्ष, शिक्षा प्रकोष्ठ दलसिंहसराय के मनोहर कुमार सिंह ने बताया कि 25/11/18 से 01/12/19 तक मंदिर के में श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन प्रसिद्ध कथा वाचक योगेश प्रभाकर जी महाराज जी के द्वारा सम्पन्न होगा।