मुजफ्फरपुर/बिहार : मौलाना अबुल कलाम आजाद देश के ही नही बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर के नेता थे, उन्होंने हिन्दू-मुस्लिम समाज को ऐकीकृत करने मे अपनी जान लगा दी । बडी विडम्बना है कि उन्हे राष्ट्र भूल गया है ।
उक्त बाते अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी प्रभारी सचिव राजेश लिलोठिया ने मौलाना आजाद के 130 वी जयन्ती के अवसर पर मधुर मिलन विवाह भवन मिठन पुरा मुजफ्फरपुर मे कही ।
वही बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अल्पसंख्यक अध्यक्ष मिन्नत रूमानी ने कहा कि मौलाना आजाद आजाद भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री होने के नाते देश को नयी दिशा देने का काम किया और गंगा जमनी तहजीब कायम रखने के लिए अलहलाल नामक पत्रिका निकाल देश को एक सूत्र मे बांधने का काम किया था । जिसे अंग्रेजी हुकूमत ने बन्द करा दिया था । जिसे आज भी भुलाया नही जा सकता है ।
समारोह की अध्यक्षता मोहम्मद शोएब ने किया । समारोह को इसतेयाक, अंजुम, अधिवक्ता अफजाल अहमद खान, नूर आलम खा, ताज अहमद, डाक्टर रिजवान अहमद ऐजाजी, अधिवक्ता मुनव्वर आलम, राजू नैयर सहित जिला अध्यक्ष सुरज दास ने समापन भाषण के साथ मौलाना आजाद को याद किया ।