मुजफ्फरपुर/बिहार : बिहार राज्य कर्मचारी चयन आयोग द्वारा 8, 9 एवं 10 दिसंबर को होने वाली प्रथम इंटर स्तरीय संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा(प्रारंभिक) शांतिपूर्ण,निष्पक्ष और कदाचार रहित आयोजित कराने में जिलों के जिलाधिकारी, जिला और पुलिस प्रशासन, सभी नोडल अधिकारी और सभी केंद्राधीक्षकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होगी। अतः उक्त प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी में, संबंधित अधिकारी अभी से लग जाएं एवं गंभीरता से सभी तैयारी ससमय पूरी कर लें।
उक्त बात अध्यक्ष, कर्मचारी चयन आयोग संजीव कुमार सिन्हा ने प्रमण्डलवार प्रशिक्षण -सह- समीक्षत्मक बैठक में कही। उन्होंने कहा कि यह परीक्षा बहुत ही महत्वपूर्ण है । परीक्षा को हर हालत में निष्पक्ष, कदाचार मुक्त एवं पारदर्शी तरीके से संपन्न कराया जाना है।
बैठक में उपस्थित प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि उक्त प्रतियोगिता परीक्षा के सफल आयोजन के लिए सभी संबंधित अधिकारी अभी से मुस्तैदी और तत्परता के साथ अपनी जिम्मेदारियों का शत प्रतिशत निर्वहन करें। प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि परीक्षा के संदर्भ में किसी भी तरह की परेशानी होने पर अपने जिलाधिकारी को अवगत कराएं एवं ससमय सभी प्रकार की समस्याओं का समाधान सुनिश्चित कर लें।
वही जिलाधकारी मुजफ्फरपुर ने कहा शीघ्र ही जिला स्तर पर प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी जहाँ सभी केंद्राधीक्षकों का उन्मुखीकरण किया जाएगा।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपस्थित बिहार कर्मचारी चयन आयोग के सचिव ने बताया कि इस परीक्षा के लिए पूरे राज्य में 571 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। परीक्षा में 18,57,460 परीक्षार्थी शामिल होंगे। 8, 9 एवं 10 दिसंबर को प्रत्येक दिन दो पालियों में यह परीक्षा होगी। प्रथम पाली की परीक्षा पूर्वाह्न 9:30 बजे से 11:45 तक तथा दूसरे पाली की परीक्षा 2:00 से 4:15 बजे अपराह्न तक होगी।
उन्होंने बताया कि परीक्षा के सफल संचालन के लिए गश्ती दल दंडाधिकारी, स्टैटिक मजिस्ट्रेट, उड़न दस्ता एवं प्रेक्षकों की समय से प्रतिनियुक्ति एवं उनका सघन प्रशिक्षण जिला स्तर पर आयोजित कर लिया जाना है। सचिव ने बताया कि प्रत्येक 200 परीक्षार्थी पर एक प्रेक्षक की प्रतिनियुक्ति होगी तथा 25 परीक्षार्थी पर एक वीक्षक नियुक्त होंगे।
परीक्षा अवधि में सभी परीक्षा केंद्रों के 500 गज की परिधि में धारा 144 लागू रहेगी। जिला के सभी फोटो स्टेट की दुकान परीक्षा के दिनों में बंद रहेंगे तथा सभी परीक्षा केंद्रों पर जैमर भी लगे रहेंगे। असामाजिक तत्व एवं अफवाह बाजों पर भी नजर रखने एवं उन पर सख्त कार्यवाई के निर्देश दिए गए।
परीक्षा केंद्रों पर वीडियोग्राफी की व्यवस्था केंद्र अधीक्षक के द्वारा की जाएगी। कदाचार में लिप्त पाए जाने वाले अभ्यर्थियों को तुरंत गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा। परीक्षा केंद्रों पर किसी तरह की सामग्री ले जाने पर प्रतिबंध रहेगा। परीक्षार्थी को कलम भी आयोग के तरफ से उपलब्ध कराया जाएगा। परीक्षार्थी अपने साथ केवल विज्ञान, गणित एवं सामान्य अध्ययन विषय के एनसीईआरटी, बिहार टेक्स्ट बुक ,आईसीएसई या अन्य परीक्षा बोर्ड के सिर्फ टेक्स्ट बुक ले जा सकेंगे। किसी भी तरह के गाइड एवं नोट्स परीक्षा केंद्रों में ले जाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। परीक्षार्थियों को अपने टेक्स्ट बुक पर अपना नाम एवं रोल नंबर अनिवार्य रूप से लिख लेना है। परीक्षा शुरू होने से 2 घंटा पूर्व परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश दिया जाएगा जिससे कि उनका सही तरीके से जांच हो सके। परीक्षार्थी अपने साथ घड़ी भी नहीं ले जा सकेंगे।
सभी केंद्र अधीक्षकों को निर्देश दिया गया है कि वह सभी परीक्षा हॉल में एक -एक दीवार घड़ी लगवाना सुनिश्चित कर लें। परीक्षा केंद्र पर सिर्फ केंद्रधीक्षक एवं मजिस्ट्रेट के पास बिना कैमरे वाला मोबाइल रहेगा । परीक्षा केंद्र पर प्रतिनियुक्त अन्य किसी भी कर्मी या अधिकारी के लिये भी केंद्र के अंदर मोबाइल ले जाने पर प्रतिबंध रहेगा । विद्यार्थी भी अपने साथ किसी प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक गजट नहीं ला सकेंगे। जूता -मोजा आदि पहन कर भी प्रवेश करने पर प्रतिबंध होगा।
सभी जिलों में इस परीक्षा के सफल संचालन के लिए अपर समाहर्ता स्तर के नोडल पदाधिकारी तथा वरीय उप समाहर्ता एवं जिला शिक्षा पदाधिकारी को सहायक नोडल पदाधिकारी बनाया गया है। परीक्षा केंद्र पर प्रतिनियुक्त सभी अधिकारी एवं कर्मियों को यह प्रमाण पत्र देना होगा कि उनके सगे संबंधियों में से कोई भी उक्त परीक्षा केंद्र पर परीक्षा में शामिल नहीं हो रहा है। सभी केंद्रधीक्षकों से कहा गया कि वे सीटिंग प्लान को मुख्य गेट पर सुगोचर तरीके से समय लगवाना सुनिश्चित करें ।
बैठक में उपस्थित सीतामढ़ी डी एम डॉ रंजीत कुमार सिंह, शिवहर डी एम अरशद अजीज और मोतिहारी डी एम रमन कुमार ने अपने- अपने जिला में इस परीक्षा के लिए की जाने वाली तैयारियों के बारे में बताया और अपने महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए।
इस प्रमंडल स्तरीय प्रशिक्षण सह समीक्षात्मक बैठक में सभी छः जिलों के नोडल पदाधिकारी, सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी, सभी छः जिलों के केन्द्राधिक्षक उपस्थित थे।
मंच संचालन आयुक्त के सचिव श्याम किशोर ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन जिलाधिकारी मुजफ्फरपुर ने किया।