प्रेस विज्ञप्ति : शिक्षकों के प्रमुख संगठन ऑल इंडिया आइडियल टीचर्स एसोसिएशन (आइटा) ने Enlightening Teachers : Nurturing Talent : Transforming Society : AllTA an Ideal Plateform के सेंट्रल थीम पर बाईस दिवसीय राष्ट्रव्यापी शैक्षिक अभियान चलाने का फैसला किया है। यह अभियान 24 सितम्बर 2023 से 15 अक्टूबर 2023 तक पूरे देश में एक साथ मनाया जाएगा।
आइटा बिहार के प्रदेश अध्यक्ष शाहिद जलाल ने बताया कि ऑल इंडिया आइडियल टीचर्स एसोसिएशन शिक्षकों का एक राष्ट्रव्यापी पंजीकृत संगठन है,जिसकी स्थापना सन् 1992 में हुई। अपनी नीतियों और कार्यक्रमों के साथ यह देश के करीब 19 राज्यों में विभिन्न शैक्षिक गतिविधियाँ सफलतापूर्वक अंजाम दे रही है। उक्त शैक्षिक अभियान भी इसी की एक कड़ी है। AIITA शिक्षकों के वैचारिक परिपक्वता, शिक्षण कौशल में निपुणता, अपने पेशे में दक्ष बनाने, शिक्षकों के व्यक्तित्व निर्माण करवाने के साथ ही उनके जायज अधिकारों के प्रति निरंतर संघर्षरत है। आईटा न केवल शिक्षकों के जायज अधिकारों की बात करता है अपितु उन्हें अपने दायित्वों के सफल निर्वाहन के प्रति सचेत भी करता है।
आईटा बिहार के प्रदेश सचिव अनवर साहिल ने बताया कि शिक्षकों और छात्रों के विकास में ही समाज का विकास निहित है।अपनी विविध शैक्षिक गतिविधियों द्वारा हमारा प्रयत्न है कि हम बदलते शैक्षिक आवश्यकताओं से शिक्षकों को अवगत कराएं तथा वह राष्ट्रीय शिक्षा नीति और राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा से परिचित हों। ऐसे शिक्षक तैयार हो सकें जो पाठ्यक्रम पर पैनी नजर रखे, साथ ही शिक्षक व छात्रों के बीच शिक्षा के आधुनिक तरीकों को लागू करे ताकि छात्रों में अपनी शैक्षिक प्रगति के साथ साथ उच्च नैतिक मूल्यों का विकास हो सके।
अभियान के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए प्रदेश अभियान संयोजक मंजर आलम ने बताया कि समाज में शिक्षकों की मर्यादा व प्रतिष्ठा को स्थापित करने और समाज के प्रति उन्हें अपनी जिम्मेदारीयों का एहसास दिलाना है, छात्रों में आत्मविश्वास की भावना को बढ़ावा देना, उन्हें उच्च शिक्षा हेतु प्रेरित करने और उनकी छिपी हुई प्रतिभा को उभारना है। शैक्षिक संस्थानों के प्रबंधकों को यह याद दिलाना है कि वह अपने संस्थानों के अंदर ऐसा माहौल तैयार करें जहाँ आधुनिक शिक्षा युक्त, तकनीक में दक्ष और उच्च नैतिक गुणों से लैश छात्र तैयार हो सकें। शिक्षा हमारे सर्वांगीण विकास में सहायक हो और एक सुयोग्य नागरिक के रूप में अपने उत्तरदायित्व का बोध कराए। अभियान के तहत बिहार के विभिन्न जिलों में जहाँ शिक्षक अधिवेशन, प्रेस कांफ्रेंस, शिक्षक अभिभावक संगोष्ठी, छात्रों के लिए प्रतियोगिताओं के आयोजन के अतिरिक्त शिक्षण संस्थानों के प्रबंधकों, शिक्षकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, जन प्रतिनिधियों, प्रबुद्धजनों और शिक्षा विभाग के अधिकारियों से मुलाकातें की जाएंगी, वहीं प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक, सोशल मीडिया के माध्यम से अभियान के संदेश को जन-जन तक पहूंचाने का हरसंभव प्रयत्न किया जाएगा।