मधेपुरा/बिहार : पृथ्वी दिवस मूल रूप से पर्यावरण संरक्षण के महत्व को आम लोगों से जोड़ने व प्रकृति के अवर्णित योगदानों को समझने का अवसर देता है। वर्तमान समय में जब इंसान विकास के पथ पर निरंतर नई नई ऊंचाइयों को चूम रहा है तब विभिन्न स्तरों पर अपनी असीम महत्वकांक्षा के कारण पृथ्वी के कालचक्र में बड़े स्तर पर किए गए मानव हस्तक्षेप चिंतनीय व विचारणीय बिंदु बन उभरे हैं। पृथ्वी दिवस ऐसे ही बिंदुओं पर मंथन व प्रकृति के अस्तित्व को मजबूती से कायम रखने की दिशा में पहल को प्रेरित करती है।
ये बातें जिला मुख्यालय के मदनपुर,नया नगर स्थित माया विद्या निकेतन परिसर में आयोजित पृथ्वी दिवस के अवसर पर विद्यालय की निदेशिका चंद्रिका यादव ने अपने संबोधन में कही। उन्होंने कहा कि अभी मानव समाज अपने लालची स्वभाव के कारण प्रकृति असंतुलन के जिस दौर से गुजर रहा है उसमे यह अत्यावश्यक है कि इससे बचने के लिए अधिक से अधिक पेड़ लगाएं जाएं ।इस अवसर पर दर्जनों की संख्या में छात्र छात्राओं ने आम, लीची, अमरूद जैसे फलदार पौधों के साथ छायदार व फूलों के पौधे लगाए और भविष्य में भी अधिक से अधिक पेड़ लगाने का संकल्प लिया। इस मौके पर विद्यालय संचालिका चंद्रिका यादव ने बताया कि विद्यालय द्वारा पृथ्वी दिवस सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है जिसके अंतर्गत विभिन्न स्तरों पर छात्र छात्राओं के बीच प्रतियोगिताओं का आयोजन कर पृथ्वी से जुड़े बिंदुओं के महत्व को समझाने का प्रयास किया जाएगा।
इस मौके पर बड़ी संख्या में छात्र छात्राओं सहित विद्यालय के सभी शिक्षक व अन्य कर्मी उपस्थित रहे।
नियाज अहमद उर्फ महताब की रिपोर्ट