मधेपुरा/बिहार : बुधवार को वाम युवा संगठन एआईवाईएफ के चार सदस्यीय शिष्टमंडल ने सदर अस्पताल के सीएस से उनके वेषम में मुलाकात कर अस्पताल से जुड़ी समस्याओं की ओर ध्यानआकर्षित करवाते हुए पहल की मांग की। संगठन के नेताओं ने कहा कि सदर अस्पताल, पीएससी सहित अन्य सेंटरों पर आलम यह है कि डॉक्टरों द्वारा लिखी गई अधिकांश दवा अस्पताल में उपलब्ध नहीं रहती है जिसे बाजार से लेना पड़ता है जो मरीजों का खुलेआम शोषण है।
इस दौरान संगठन के नेताओं ने विशेषकर मुरहो पीएससी की शिकायत करते हुए कहा कि वहां रात में डॉक्टर नहीं रहते हैं जिससे स्थानीय लोगों को परेशानी होती है, यही आलम अन्य जगहों पर भी है। सीएस से वार्ता के क्रम में विगत दिनों एक निजी अस्पताल में महिला के सात घटी घटना का हवाला देते हुए अस्पताल में बढ़ रही निजी क्लीनिक के साथ आशा की सांथ गांठ व कमिशन के खेल पर रोक लगाने की मांग की। एआईवाईएफ नेताओं ने कहा कि सरकारी अस्पताल गरीब व निसहाय लोगों के लिए विशेषकर उम्मीद की किरण होती है लेकिन यहां भी जब उनके साथ अन्याय होगा तब वो कहां जाएंगे। अस्पताल में विशेष तौर पर कुव्यवस्था को हटाकर सुव्यवस्था की पहल होनी चाहिए जिससे अस्पताल के प्रति मरीजों का विश्वास बढ़े और उनके शोषण पर रोक लगे।
सीएस ने वार्ता के क्रम में कहा कि संगठन की शिकायत पर गम्भीरता पूर्वक पहल किया जाएगा, जहां खामियां होगी उसे हर हाल में दूर करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। इस दौरान कई जगहों से प्राप्त हो रही आशा फैसिलेटर नियुक्ति में गोलमाल की शिकायत भी संगठन ने सदर अस्पताल अधीक्षक से की। संगठन के नेताओं ने साफ शब्दों में कहा कि प्रशासनिक व्यवस्था के साथ आमजन का भी यह दायित्व है कि सार्वजनिक सुविधाओं को दुरुस्त रखने के लिए उसपर पैनी नजर रखे। जल्द ही अगर व्यवस्था नहीं सुधरी तो अस्पताल की विधि व्यवस्था सुधारने के लिए एआईवाईएफ आंदोलन की दिशा में पहल करेगा।
सीएस से मिलने वाले शिष्टमंडल में एआईवाईएफ राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य शम्भु क्रांति,जिला अध्यक्ष हर्ष वर्धन सिंह राठौर,जिला सचिव सौरभ कुमार,बिंदेश्वरी प्रसाद यादव शामिल रहे।