मधेपुरा/बिहार : इंटरमीडिएट की परीक्षा मंगलवार से प्रशासन के कड़े सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हो गई है. सुबह आठ बजे से ही दूर दराज से परीक्षार्थियों का सेंटर पर पहुंचना प्रारंभ हो गया. जिला प्रशासन के सख्त रवैये एवं पुख्ता व्यवस्था के कारण जिले में शांतिपूर्ण परीक्षा संपन्न हुई. परीक्षा केंद्रों पर छात्र-छात्राओं की सघन जांच के बाद ही परीक्षा हॉल तक जाने दिया जा रहा था. इंटरमीडिएट परीक्षा के पहले दिन नौ परीक्षार्थी कदाचार के आरोप में निष्कासित किये गये. जिले के 39 केंद्रों पर जारी इंटरमीडिएट की परीक्षा के पहले दिन प्रथम पाली में तीन परीक्षार्थी कदाचार के आरोप में निष्कासित किये गये हैं, तो वहीं दूसरी पाली में छह परीक्षार्थी कदाचार के आरोप में निष्कासित किये गये हैं. जिला शिक्षा कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार प्रथम पाली की परीक्षा में एसएनपीएम हाई स्कूल से दो एवं आरपीएम इंटर कॉलेज से एक परीक्षार्थी कदाचार के आरोप में पकड़े गये. वहीं परीक्षा के दूसरी पाली में मधेपुरा डिग्री कॉलेज से दो, विमेंस कॉलेज मधेपुरा से दो, प्रोजेक्ट विद्यालय सिंघेश्वर से एक एवं अप ग्रेड हाई स्कूल उदाकिशुनगंज से एक परीक्षार्थी कदाचार के आरोप में निष्कासित किये गये हैं.
39 परीक्षा केंद्रों पर 30361 परीक्षार्थी हुये सम्मिलित : जिले में 39 परीक्षा केंद्र पर 30 हजार तीन सौ 61 छात्र-छात्रायें इंटर की परीक्षा में सम्मिलित हुये. सदर अनुमंडल के 27 परीक्षा केंद्रों पर 23 हजार दो सौ 43 छात्र-छात्राएं एवं उदाकिशुनगंज अनुमंडल क्षेत्र में 12 परीक्षा केंद्रों पर सात हजार एक सौ 18 छात्राएं सम्मिलित हुए. इन 39 परीक्षा केंद्रों में सदर अनुमंडल में 12 परीक्षा केंद्र छात्राओं एवं 15 परीक्षा केंद्र छात्रों का बनाया गया है. साथ ही उदाकिशुनगंज अनुमंडल में नौ परीक्षा केंद्र छात्राओं एवं तीन परीक्षा केंद्र छात्रों के लिए बनाया गया है. परीक्षा दो पालियों में ली गई. प्रथम पाली की परीक्षा 09:30 बजे से 12:45 बजे तक एवं द्वितीय पाली 01:45 से पांच बजे तक चली. इस बाबत प्रशासन द्वारा पुख्ता तैयारी की गयी थी.
आप सीसीटीवी कैमरे के निगरानी में हैं… परीक्षा केंद्र के बाहर एवं अन्य आवश्यक स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. वहीं केंद्र के बाहर आप सीसीटीवी कैमरा के निगरानी में हैं…, का बोर्ड लगाया गया है. साथ ही कदाचारमुक्त परीक्षा के लिए विडियोग्राफर की व्यवस्था की गई है. दूसरी ओर केंद्र के अंदर किसी प्रकार का इलेक्ट्रानिक गैजेट ले जाने पर सीधे रोक लगाई गई है. परीक्षा केंद्र के अंदर जाने के पूर्व गहन जांच की जा रही है. इंटरमीडिएट की परीक्षा में कोई भी कोताही नहीं बरती जाय, इसके लिए जिले के सभी वरीय धिकारियों ने सभी केंद्रों का जायजा लिया.
परीक्षा के कारण केंद्र के आस-पास 144 धारा लागू : परीक्षा केंद्रों पर मजिस्ट्रेट, पुलिस अधिकारी एवं पुलिस बल तैनात होने के कारण कहीं भी अफरा-तफरी का माहौल नहीं रहा. जिला पदाधिकारी श्याम बिहारी मीणा, पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी वीरेंद्र नारायण यादव, सदर अनुमंडल पदाधिकारी नीरज कुमार, सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अजय नारायण यादव, सदर थानाध्यक्ष सुरेश प्रसाद सिंह समेत अन्य अधिकारी परीक्षा केंद्रों एवं आसपास के जगहों पर मॉनिटरिंग करते नजर आये. जिला पदाधिकारी श्याम बिहारी मीणा के आदेशानुसार शहर में ध्वनि विस्तारक यंत्र से अभिभावकों को पहले ही सूचित कर दिया गया था कि परीक्षा केंद्र से अभिभावक एक सौ गज की दूरी के अंदर नहीं रहेंगे और परीक्षा के कारण केंद्र पर 144 धारा लागू की गई है.
जिले के चार मॉडल परीक्षा केंद्र रहा आकर्षण का केंद्र : जिला मुख्यालय स्थित केशव कन्या उच्च विद्यालय, वेदव्यास महाविद्यालय एवं केवी विमेंस कॉलेज परीक्षा केंद्र तथा उदाकिशुनगंज अनुमंडल क्षेत्र में मध्य विद्यालय बालक उदाकिशुनगंज परीक्षा केंद्र आकर्षण का केंद्र रहा. इस परीक्षा केंद्र को मॉडल सेंटर बनाया गया है. जिला पदाधिकारी श्याम बिहारी मीणा के आदेश पर इन केंद्रों को केवल छात्राओं का सेंटर बनाया गया था. यहां सभी वीक्षक से लेकर पर्यवेक्षक महिलायें थी. वहीं इस मॉडल सेंटर पर केवल महिला पुलिस कांस्टेबल की ही प्रतिनियुक्ति की गई थी. छात्राओं की तलाशी महिला दंडाधिकारी, महिला पुलिस, महिला वीक्षक एवं महिला केंद्रराधीक्षक द्वारा ही ली जा रही थी. इसके लिए परीक्षा केंद्र के मुख्य द्वार के बगल में कपड़े से घेर कर अस्थाई छोटा सा घेरा तैयार कर लिया गया था, जहां छात्राओं की जांच हो रही थी. साथ ही इस मॉडल केंद्र को गुब्बारा, फूल एवं पोस्टर से सजाया गया था.
अधिकारी करते रहे परीक्षा केंद्रों की निगरानी : परीक्षा के दौरान परीक्षा में तथा परीक्षार्थियों को किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो, साथ ही कदाचार मुक्त परीक्षा के लिए जिला पदाधिकारी श्याम बिहारी मीणा, पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी वीरेंद्र नारायण यादव, सदर अनुमंडल पदाधिकारी नीरज कुमार, सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अजय नारायण यादव, सदर थानाध्यक्ष सुरेश प्रसाद सिंह ने सभी केंद्रों का जायजा लिया. मौके पर अधिकारियों ने साफ निर्देश दिया कि परीक्षा पूरी तरह कदाचारमुक्त एवं शांतिपूर्ण होगी. परीक्षा केंद्र पर परीक्षा का संचालन केंद्राधीक्षक एवं वीक्षक की जिम्मेदारी है. इसमें गड़बड़ी हुई तो इसके लिये केंद्राधीक्षक एवं वीक्षक पर कार्रवाई की जायेगी.
कोरोना नियम का किया गया सख्ती से पालन : इंटरमीडिएट परीक्षा में कोरोना संक्रमण को लेकर जारी दिशा-निर्देश का पूरी तरह से पालन किया गया. परीक्षार्थियों को पूर्व में ही मास्क पहनकर परीक्षा केंद्र पर पहुंचने का निर्देश दिया गया था. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने साफ निर्देश दिया है कि परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने से लेकर परीक्षा समाप्ति के उपरांत परीक्षा केंद्र से बाहर निकलने तक मास्क लगाना अनिवार्य होगा. जिसके कारण केंद्रों पर उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मियों के द्वारा मास्क पहने परीक्षार्थियों को ही परीक्षा केंद्र के अंदर प्रवेश करने की अनुमति दी गई तथा जिन परीक्षार्थियों ने मास्क का उपयोग नहीं किया था, उन्हें मास्क पहनकर परीक्षा केंद्र पर आने का निर्देश दिया गया. वहीं केंद्राधीक्षक द्वारा भी परीक्षा कक्ष एवं प्रशासनिक कक्ष को सैनिटाइज कराया गया था.
परीक्षार्थियों का आगमन, लगा जाम, छात्र नेताओं ने दिया साथ : जिले में हजारों परीक्षार्थियों व अभिभावकों के आगमन से हर चौक चौराहे व सेंटर के आसपास भीड़ इकट्ठा हुई. लोंगों की भीड़ होने के कारण हर जगह जाम की स्थिति बनी रही. जाम के कारण वाहनों की लंबी कतार लगी रही. कॉलेज चौक पर लगे जाम में एसपी का वाहन भी थोड़ी देर के लिए फस गया था, जिसे पुलिस बलों के द्वारा जाम हटा कर निकाला गया. सभी परीक्षा में कॉलेज चौक पर परीक्षार्थियों एवं अभिभावकों को महाजाम से गुजरना पड़ता है, लेकिन मंगलवार को पुलिस प्रशासन की मुस्तैदी ने लोगों की परेशानी को कम जरूर किया है. साथ ही कुछ छात्र नेताओं ने भी पुलिस प्रशासन का साथ दिया, जिसके कारण परीक्षार्थियों को जाम से थोड़ी राहत मिली. सदर थानाध्यक्ष सुरेश प्रसाद सिंह प्रथम प्रथम पाली की परीक्षा समाप्ति से पूर्व कॉलेज चौक पर दल बल के साथ पहुंचकर पूर्व से ही यातायात को सुदृढ़ कर लिया जिससे परीक्षार्थियों को जाम का सामना नहीं करना पड़े पुलिस प्रशासन के इस मुस्तैदी में छात्र राजद के प्रदेश महासचिव ईसा असलम, पूर्व जिलाध्यक्ष सोनू यादव, पूर्व प्रधान महासचिव जापानी यादव समेत अन्य छात्र नेताओं ने भी साथ दिया. पुलिस प्रशासन की मुस्तैदी के कारण लोगों को ज्यादा मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ा.