मधेपुरा/बिहार : संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रव्यापी आह्वान पर सोमवार को बिहार राज्य किसान सभा के जिला परिषद इकाई के बैनर तले तीन काला कृषि कानून, बिजली संशोधन बिल 2020, भीषण महंगाई, बेरोजगारी एवं निजी करण के खिलाफ, लखीमपुर हत्याकांड के मुख्य साजिशकर्ता केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त करने एवं एमएसपी को कानूनी जामा देने के मांगों को लेकर पूर्णिया-सहरसा रेलखंड में बुधमा स्टेशन पर 05223 डेमू अप को बाधित कर, किसानों ने रोषपूर्ण प्रदर्शन किया. आंदोलनकारियों ने मोदी योगी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे बिहार राज्य किसान सभा के प्रभारी सह भाकपा के राष्ट्रीय परिषद सदस्य प्रमोद प्रभाकर ने कहा कि किसानों पर अत्याचार नहीं सहेंगे. मोदी सरकार होश में आये एवं लखीमपुर खीरी किसान हत्याकांड के मुख्य साजिशकर्ता केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त करे. एमएसपी को कानूनी जामा दे एवं काला कृषि कानून वापस ले.
केंद्र की मोदी एवं यूपी की योगी सरकार, किसान विरोधी एवं जन विरोधी : किसान नेता प्रमोद प्रभाकर ने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार किसानों की हत्यारणी सरकार है. 10 महीने से चल रहे देशव्यापी किसान आंदोलन पर लगातार दमनात्मक कार्रवाई की जा रही है. सरकार एक साजिश के तहत खेती-किसानी को कॉरपोरेटर के हवाले करना चाहती है. किसानों को तबाह कर देश के ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर देना चाहती है. उन्होंने कहा कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होती है, किसान आंदोलन चलता रहेगा. इस आंदोलन की आग में हीं मोदी सरकार जलकर भस्म हो जायेगी. बिहार राज्य किसान सभा के सचिव रमन कुमार ने कहा कि भारत में 70 प्रतिशत लोग कृषि पर निर्भर हैं. जो किसानों को बर्बाद करेगा, वह खुद बर्बाद हो जायेगा. उन्होंने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार एवं यूपी की योगी सरकार किसान विरोधी एवं जन विरोधी है.
किसान अपनी फसल को ओने पौने दाम में बेचने को हैं मजबूर : अखिल भारतीय नौजवान संघ के जिलाध्यक्ष जितेंद्र कुमार मुन्ना ने कहा कि यह देश किसानों एवं नौजवानों का है, लेकिन केंद्र की सरकार खेती को बर्बाद एवं नौजवानों को तबाह कर देने पर आतुर है. किसान सभा के वरीय नेता शैलेंद्र कुमार, जहांगीर एवं अनिल भारती ने कहा कि किसान अपनी फसल को ओने पौने दाम में बेचने को मजबूर हैं. लगातार खेती में घाटे के कारण देश में बड़ी संख्या में किसान आत्महत्या को मजबूर हैं. उन्होंने कहा कि किसानों की अनदेखी नहीं सहेंगे. मांगे पूरी नहीं हुई तो किसान आंदोलन तेज होगा.
रेल चक्का जाम आंदोलन में युवा किसान नेता सौरभ कुमार, गुड्डू कुमार, उमाशंकर मुन्ना, वासिल, पवन कुमार सुमन, मन्नू कुमार, रत्नेश कुमार, गौरी शंकर कुमार, मुन्ना कुमार, ज्योतिष कुमार, रूपेश शाह, गौतम कुमार, शिव शंकर कुमार, आदेश कुमार, शेखर कुमार, सफी उल्लाह, माधो राम आदि बड़ी संख्या में किसान नेता एवं युवा नेता शामिल थे. आंदोलन स्थल पर आरपीएफ के पदाधिकारी एवं पुलिस बल तैनात थे.