मधेपुरा/बिहार : वाम छात्र संगठन एआईएसएफ के राष्ट्रीय परिषद् सदस्य हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने अचानक संगठन के सभी पदों के साथ साथ संगठन के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे कर सभी को चौंका दिया है। राष्ट्रीय व प्रांतीय नेतृत्व को इस्तीफा रवाना करने के आधे घंटे बाद ही मधेपुरा के टी पी कॉलेज परिसर में गुरुवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने इस बात की जानकारी मीडिया दी।
छात्र नेता राठौर ने कहा कि राष्ट्रीय पत्रिका स्टूडेंट्स एक्शन व पचासवीं वर्षगांठ को समर्पित स्मारिका के संपादक मण्डल सदस्य, बीएनएमयू व पीयू के प्रभारी के पद साथ साथ संगठन के प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष, महासचिव, प्रांतीय अध्यक्ष और सचिव को लिखे पत्र में राठौर ने अपने फैसले से अवगत कराया।
प्रेस कांफ्रेंस में राठौर ने पत्रकारों को बताया कि उन्हें हमेशा गर्व रहेगा कि टी पी कॉलेज इकाई अध्यक्ष से छात्र राजनीति की शुरुआत कर राष्ट्रीय टीम तक हिस्सा बना और खास कर एआईएसएफ बिहार में सूबे के चर्चित छात्र नेता विश्वजीत कुमार व सुशील कुमार के नेतृत्व में काम करने व चर्चित राष्ट्रीय महासचिव बिजेंद्र केसरी से बहुत कुछ सीखने को मिला जो उनके लिए धरोहर है। संगठन के तत्कालीन जिला अध्यक्ष मनोज कुमार को अपनी राजनीतिक सफर और उपलब्धि का श्रेय देते हुए राठौर ने कहा कि उन्ही के द्वारा एआईएसएफ से जुड़ने और बहुत कुछ सीखने को मौका मिला। राष्ट्रीय क्लास के मॉनिटर व बेस्ट स्टूडेंट रहे राठौर ने कहा कि संगठन से जुड़े साथियों और समाज के विभिन्न क्षेत्रों से उन्हें बहुत सारा स्नेह मिला ।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि संगठन को अलविदा कहा है लेकिन उनकी छात्र राजनीति जारी रहेगी है। संगठन छोड़ने के बाद भी छात्र हितों की लड़ाई में संघर्ष कायम रहेगा। आगे बाहर से एआईएसएफ को समर्थन करने अथवा दूसरे संगठन से जुड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि संगठन के नए नेतृत्व के साथियों से उम्मीद रहेगी कि वे संगठन को और मजबूती के साथ आगे ले जाएं। आगे की छात्र राजनीति का प्रारूप किस प्रकार की होगी इस पर जल्द ही साथियों के साथ बैठकर रणनीति तैयार की जाएगी। उन्होंने कहा कि संगठन को लेकर उनके कई सपने थे जिसे वो मुकाम तक नहीं ले जा सके, जिसका उन्हें मलाल रहेगा। छात्र राजनीति की नई पारी में उसे पूरा करने का हर सम्भव प्रयास किया जाएगा।
मालूम हो कि छात्र नेता राठौर के साथ संगठन के पूर्व संयुक्त जिला सचिव व राज्य परिषद सदस्य सौरभ कुमार, गम्हरिया प्रखंड संयोजक संजय, मुरलीगंज प्रखंड संयोजक सुमित, घैलाढ़ प्रखंड अध्यक्ष कुणाल, सिंघेश्वर प्रखंड इकाई के सदस्यों सहित दर्जनों छात्रों ने भी संगठन के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।
छात्र नेता सौरभ कुमार ने कहा कि संगठन में रहते हुए बहुत कुछ सीखने और समझने का अवसर मिला लेकिन वर्तमान हालात में काम कर पाना सम्भव नहीं है। संगठन से मिले सहयोग व स्नेह को आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि एक बार फिर नए अंदाज में छात्र राजनीति को शुरू किया जाएगा छात्र हित के मुद्दों के संघर्ष की धार कम नहीं होगी।
प्रेस कांफ्रेंस में आशुतोष,रणवीर,रत्नेश आदि भी उपस्थित रहे।