इमारत-ए-शरिया  की  मजलिस-ए-शूरा की ऑनलाइन बैठक कई अहम फैसलों के साथ संपन्न

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पटना/बिहार (प्रेस विज्ञप्ति) : मजलिस-ए-शूरा इमारत शरिया की एक अहम बैठक इमारत शरिया के नायाब अमीर-ए-शरीयत हजरत मौलाना मुहम्मद शमशाद रहमानी की अध्यक्षता में ऑनलाइन जूम एप पर रविवार, को सुबह 10:30 बजे, आयोजित हुई। जिसमें शूरा के सदस्यों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।

ऑनलाइन बैठक में भाग लेने वाले सभी सदस्यों को संबोधित करते हुए अमीर-ए- शरीयत ने कहा कि हजरत अमीर शरीयत के निधन के बाद सभी सदस्यों द्वारा महसूस की गई चिंता, प्रशंसनीय एवं सराहनीय है। मुझे लगता है कि हजरत अमीर शरीयत हजरत मौलाना सैयद मुहम्मद वली रहमानी के जाने के बाद एक अपूरणीय खाई पैदा हो गई है। उस अपूर्ण क्षति का निकट भविष्य में पूरा होना संभव नज़र नहीं आता । लेकिन अगर आपका का समर्पण जारी रहता है, तो हज़रत अमीर शरीयत के निधन के कारण कई महत्वाकांक्षाएं और योजनाएँ जो अधूरी रह गई हैं, ईश्वर की इच्छा से वह पूरी होंगी, और वह सपना जो इमारत शरीया के संस्थापक हज़रत मौलाना अबू अल-महासिन मुहम्मद सज्जाद और उनके उत्तराधिकारियों, तथा सभी अमीर- शरीअत आदि ने देखा है वह पूरा होगा । हम आशा करते हैं कि भविष्य में भी, अल्लाह इस संस्था को एक ऐसा अमीरे शरीयत प्रदान करेगा, जिससे अल्लाह प्रसन्न होगा और जो इमारत शरिया के लिए उपयोगी होगा।

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कार्यवाहक नाजिम मौलाना मुहम्मद शिबली अल-कासिमी, जिन्होंने बैठक का मंच संचालन भी किया अपने परिचयात्मक भाषण में उन्होंने हजरत अमीर शरीयत को श्रद्धांजलि दी और उनके कार्यकाल के दौरान इमारत शरिया के विभिन्न विभागों में किए गए कार्यों का विस्तार से उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि हज़रत अमीर शरीयत दूरदर्शी, दृढ़निश्चयी व्यक्ति, शरीयत और तरीकत पर पकड़ रखने वाले , साहसी और निडर धार्मिक एवं सामाजिक रहनुमा थे। उन्होंने अपने पूरे जीवन में विभिन्न क्षेत्रों में सफलतापूर्वक मिल्लत का नेतृत्व किया। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, इमारत शरिया, जामिया रहमानी, ख़ानक़ाह रहमानी  और रहमानी फाउंडेशन के मंचों से आपके द्वारा किया गया कार्य अद्वितीय है और संपूर्ण उम्मत के लिए एक रोल मॉडल है। आपका निधन न केवल इन संस्थानों के लिए है बल्कि पूरे देश के लिए एक बड़ी क्षति है, जिसकी भरपाई निकट भविष्य में मुश्किल नजर आ रही है।

शूरा की बैठक में मौलाना खालिद सैफुल्ला रहमानी कार्यवाहक महासचिव ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, अहमद अशफाक करीम साहिब एमडी कटिहार मेडिकल कॉलेज, मौलाना अबू तालिब रहमानी कलकत्ता, इरशादुल्लाह साहिब अध्यक्ष बिहार राज्य सुन्नी वक्फ बोर्ड, डॉ शकील अहमद कासमी ओरिएंटल कॉलेज पटना, मौलाना अबुल कलाम शम्सी साहिब पूर्व प्राचार्य मदरसा इस्लामिया शमसुल होदा पटना, मुफ्ती नज़र तौहीद मजाहेरी काजी शरीयत चतरा, मौलाना मशहूद अहमद कादरी प्रिंसिपल मदरसा इस्लामिया शमसुल हुदा पटना, मौलाना खुर्शीद अहमद मदनी अमीर जमात अहले-ए-हदीस ने अमीरे शरीयत के प्रति संवेदना के शब्द प्रसतूत किए  तथा अर्बबे हल-ओ अक्द की बैठक के संबंध में बहुमूल्य सलाह भी दिया ।


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