मधेपुरा/बिहार : बिहार में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामले को देखते हुए जिला प्रशासन लोगों पर सख्ती बरतना शुरू कर दिया है. इस कड़ी में शनिवार को डीएम व एसपी दल बल के साथ खुद सड़कों पर उतर कर मास्क जांच अभियान चलाया. कोरोना संक्रमण के एक बार फिर से पांव पसारने के बीच केंद्र व राज्य सरकार के निर्देशों का पूरी तरह से पालन कराने को लेकर जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन कार्रवाई करने के मूड में आ चुकी है. सार्वजनिक स्थानों पर अधिकारियों की ओर से आकस्मिक चेकिंग की जा रही है. इस दौरान जिला पदाधिकारी श्याम बिहारी मीणा एवं पुलिस अधीक्षक योगेंद्र कुमार ने जिला मुख्यालय के सभी चौक चौराहों पर मास्क जांच कर, पूरे शहर में भ्रमण करते हुए बाजार के दुकानों पर जा कर लोगो का मास्क जांच किया एवं सैकड़ों लोगों के मास्क का उपयोग नहीं करने पर चालन काटे गए. साथ ही कई दुकान को सील करने का निर्देश दिया गया.
डीएम व एसपी ने लापरवाही बरत रहे लोगों को जमकर लगाई फटकार : चौक चौराहों पर बाइक, चार पहिया वाहन व पैदल गुजर रहे व्यक्तियों की मास्क की चेकिंग की गई. साथ ही सड़क पर गुजर रहे ऑटो व बस को रोककर, जांच की गई. उसके बाद ऐसे व्यक्तियों का चालान काटा गया, जिन्होंने मास्क नहीं लगा रखा था. डीएम एवं एसपी ने शहर में भ्रमण कर लोगो से अनिवार्य रूप से मास्क पहनने, नियमित रूप से विधिवत हाथ मुंह धुलते रहने तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को कहा. डीएम व एसपी ने लापरवाही बरत रहे लोगों को जमकर फटकार लगाई. डीएम व एसपी ने कहा कि कोरोना नियमों का पालन करवाने के लिए ऐसे व्यक्तियों का चालान किया जा रहा है, जिनके द्वारा निर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा है. डीएम व एसपी ने दुकानदारों को संख्त निर्देश देते हुए कहा कि जो लोग सरकार के गाइड लाइन का पालन नहीं करेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी. अधिकारियों के द्वारा संयुक्त रूप से की गई मास्क जांच अभियान से शहर में लगभग एक घंटे तक हड़कंप मच गया.
अन्य नियमित कार्यों की तरह प्रतिदिन मास्क लगाने का लें संकल्प : जिला पदाधिकारी श्याम बिहारी मीणा ने चेकिंग के साथ भ्रमण के दौरान मिले लोगों से कहा कि वे सब अनिवार्य रूप से मास्क लगायें, ऐसा करना कठिन नहीं है. हमें सिर्फ इसकी आदत डालनी है. अन्य नियमित कार्यों की तरह हमें प्रतिदिन मास्क लगाने का भी संकल्प लेना होगा. मास्क के जरिए हम कोरोना संक्रमण पर अंकुश लगा सकते हैं. उन्होंने मास्क लगाने के साथ-साथ कहीं भी आने जाने के बाद विधिवत हाथ मुंह धुलने, घर से बाहर निकलने पर बाहरी वस्तुओं को अनायास छूने से बचने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने तथा सार्वजनिक स्थानों पर न थूकने का भी संदेश दिया. पुलिस अधीक्षक योगेंद्र कुमार ने लोगों से कहा कि कोरोना से भयभीत होने की बजाय हमें सिर्फ कोरोना केे नियमों का पूरी तरह पालन करना है. उन्होंने बताया कि दवाई के साथ साथ कोरोना की जंग मे कड़ाई भी बेहद जरूरी है. इसको देखते हुए लोगों से मास्क का उपयोग करने के लिये जागरूकता अभियान के साथ-साथ चेकिंग अभियान भी बेहद जरूरी है, ताकि लोग हर हाल में मास्क पहने.
शहर भर में मास्क जांच अभियान चलाने के बाद डीएम और एसपी का काफिला जन नायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल पहुंचा, जहां बिना मस्का पहने व्यक्ति के साथ-साथ दुकानदारों का भी चालान काटा गया और साथ ही हमेशा मास्क पहने रहने की अपील डीएम और एसपी ने लोगों से की, जिसके बाद डीएम और एसपी के द्वारा मेडिकल कॉलेज का औचक निरीक्षण किया गया , निरीक्षण के दौरान डीएम और एसपी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो जी के मिश्रा के चेम्बर में दाखिल हुए तो प्रिंसिपल अपने चेंबर में मौजूद नहीं थे, मालूम करने पर पता चला कि प्रिंसिपल प्रो जी के मिश्रा बराबर ही अपनी ड्यूटी से गायब रहते हैं, उसके बाद उन्होंने मेडिकल कॉलेज के कई वार्ड सहित RT-PCR लैब रूम का भी बारीकी से निरीक्षण किया, मेडिकल कॉलेज निरीक्षण के दौरान कॉलेज प्रशासन की लापरवाही और मनमाने रवैये से जिला पदाधिकारी काफी नाराज दिखे और वहाँ उपाधीक्षक की उन्होंने जमकर क्लास ली। निरीक्षण के दौरान मेडिकल कॉलेज में कार्यरत डार्क रूम असिस्टेंट, हॉल असिस्टेंट ने जिला पदाधिकारी को लिखित आवेदन देते हुए बताया कि पिछले 13 माह से उन लोगों को वेतन नहीं मिला है, जिस वजह से वे सभी मानसिक और आर्थिक रूप से काफी परेशान हैं वहीं कोरोना काल में मिलने वाली प्रोत्साहन राशि से भी उन सभी को वंचित रखा गया है.
इस दौरान नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी प्रवीण कुमार, सदर अनुमंडल पदाधिकारी नीरज कुमार, सदर थानाध्यक्ष सुरेश प्रसाद सिंह समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे.