नालंदा/बिहार : जिले के सभी बैंक सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंकों के निजीकरण के विरोध में 15 एवं 16 मार्च 2021 को हड़ताल के कारण 4 दिन बैंक बंद रहेंगे । ज्ञात हो कि 13 मार्च दूसरा शनिवार और 14 मार्च रविवार छुट्टी का दिन होने के कारण लगातार 4 दिनों तक जिले के सभी बैंक बंद रहेंगे। नागरिक अपने आवश्यक कार्यों को जल्द बैंक से निपटा लें नहीं तो 4 दिनों तक बैंक खुलने का इंतजार करना पड़ेगा।
जिला मुख्यालय स्थित रामचंद्रपुर बैंक ऑफ इंडिया में ग्राहक बंधुओं एवं आम नागरिकों से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के निजीकरण के विरुद्ध 15 एवं 16 मार्च को हड़ताल के संदर्भ में एक पर्चा बांट कर अपने ग्राहकों को अवगत कराया गया है। पर्चा में कहा गया है कि यु.एफ.बी. यु के आह्वान पर बंद का आह्वान पर बैंक यूनियनों के 10 लाख कर्मचारी एवं अधिकारी देशव्यापी हड़ताल पर जा रहे हैं। इस हड़ताल से सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंक, रिजर्व बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक के कर्मी हिस्सा लेंगे। यह हड़ताल मुख्य रूप से भारत सरकार के द्वारा केंद्रीय बजट में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का निजी करने के प्रस्ताव के विरोध में किया गया है। पर्चा में यह भी कहा गया है कि पिछले 5 दशकों से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की भूमिका जनता के बीच एक विश्वास पैदा की है जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती हैं देश के बड़े-बड़े परियोजनाएं, उद्योग धंधे इसका जीता जागता उदाहरण है। बैंकों का ऑपरेटिंग 2009-10 में लगभग 76945 करोड़ था जो कि 2019-20 में वृद्धि होकर 174336 करोड़ हो गया है। यू.एफ.बी.यू के द्वारा बार-बार मांग करने के बावजूद भी एनपीए की समस्या जानबूझकर ऋण नहीं चुकाने वाले बड़े डिफॉल्टर घरानों के कारण हुआ। सार्वजनिक क्षेत्रों के बैंकों के निजीकरण होने से शाखाओं की बंदी, कर्मचारियों की छटनी, ग्राहक सेवा प्रभावित होगी तथा बेरोजगारी एवं सेवा शुल्क आदि में अपार वृद्धि होगी।
पर्चा के माध्यम से आम सदस्यों, ग्राहकों एवं आम नागरिकों से अपील करते हुए कहा गया है कि इस आंदोलन में शामिल होकर मजबूती प्रदान करें और अपनी पूंजी को डूबने से बचाएं। यह पर्चा यू.एफ.बी.यू बिहार राज्य के द्वारा ग्राहकों के बीच बांटा गया है।