किशनगंज/बिहार : पुलिस अधीक्षक किशनगंज के निर्देश पर हो रही ताबड़तोड़ छापेमारियों में कोचाधामन पुलिस को एक बहुत बड़ी सफलता हासिल हुई है, जहाँ रात के अंधेरों में असली चेहरों पर नकली नकाब लगाकर शराब लूटकर बेचने का धंधा करने वाले माफियाओं या फिर शराब तस्करी गैंग को मदद करने वालों के चेहरे को बेनकाब किया गया है ।
यह कामयाबी किशनगंज पुलिस के जांवाज थानाध्यक्ष सुमन कुमार को बीती रात मिली है, जहाँ कोचाधामन थानाध्यक्ष ने क्षेत्र के महियारपूर से हाई वे पेट्रोलिंग दस्ते तथा अपने सहयोगियों के साथ नशे में धुत छः को धर दबोचा है।
इस मामले में मिडिया से मुखातिब होते किशनगंज एस डी पी ओ अनवर जावेद अंसारी ने जो खुलासे किये हैं वे काफी चौकाने वाले हैं, जो गिरफ्तार छः लोगों के पर्दों के पीछे से चेहरा बदलकर ऐसे कारनामों के अंजामों से जुड़े हैं। वाकया 20 12 .20 की रात से जुड़ा होना बतलाया गया है, जब थानाध्यक्ष सुमन कुमार अपने सहयोगियों के साथ हाई वे रात्रिगस्ती पर थे एवं महियारपूर गॉंव के निकट वाहन चेकिंग भी कर रहे थे, ठीक इसी समय किशनगंज से बहादुरगंज जाने के क्रम में आ रही काली कार नं. WB 74AH-9469 रुकने का इशारा किया गया पर उक्त कार चालक रुकने के बजाय तेज रफ्तार से फरार होना चाहा जिसे हाई वे पेट्रोलिंग पार्टी और मौजूद पुलिस अधिकारियों ने कुछ दूर खदेड़कर पकड़ लिया । जब इस कार में बैठे भड़ांस गैंग के लोगों को पुलिस ने नीचे उतारा तो ये नागिन की तरह लहरा रहे थे एवं इनके मुंह से शराब की तीखी गंध आ रही थी। इन्हें गिरफ्त में लेने के बाद जब कार की तलाशी ली गई तो विदेशी अवैध शराब का रम और व्हिस्की मिला जिसकी मात्रा 850 एम एल थी एवं तलाशी लेने पर इनसे नगद 8000 हजार रुपये एवं सात मोबाईलों की बरामदगी हुई।
गिरफ्त में आये छः लोगों से इनका नाम पता पूछा गया तो इनमें से :-1 मुवारक हुसैन, उत्तर दिनाजपूर, 2- दीपक कुमार रॉय, 3- रोहित कुमार रॉय, 4-सुनील कुमार साह, 5-अनिल कुमार साह 6-अशोक सहनी, ये लोग खुद को किशनगंज के निवासी बतलाये हैं, जो हाई वे से शराब लूटकर इसका अवैध धंधा करने की बातें स्वीकार कर ली है। इस मामले में जप्ती सूची बनाकर इन्हें थानाकांड सं. 310/20 के तहत विधिवत इन्हें गिरफ्तार कर लिया गया एवं मेरे समक्ष प्रस्तुत किया गया यहाँ से इन्हें मंडल कारागार किशनगंज भेजा दिया गया ।
यूं तो कोचाधामन पुलिस के द्वारा लगातार छापेमारियों में अवैध शराब की बड़ी बड़ी खेपों को पकड़ा जा रहा है, जहाँ से अन्तर्जिला एवं अन्तरराज्यीय गैंग के पर्दाफास की संभावनाएं हैं, किन्तु किशनगंज पुलिस के हावभाव से ऐसा लगता है कि कथित भडांस गैंग के इन सदस्यों के पीछे कई सफेदपोशों की भी सक्रियता हो सकती है, जिसके खुलासों के लिए गैंग के फॉरवर्ड एवं बेकवॉर्ड लिंकों को खंघालने में पुलिस जुटी है।