मधेपुरा : सरकार व सीनेट, सिंडीकेट के फैसले की अनदेखी करने वालों पर कारवाई की मांग

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अमित कुमार अंशु
उप संपादक

मधेपुरा/बिहार : वाम छात्र संगठन एआईएसएफ के एक दिवसीय धरना के अगले दिन बीएनएमयू कुलपति प्रो डॉ आर के पी रमन ने संगठन के पदाधिकारियों को आमन्त्रित कर अपने वेषम में सभी बिंदुओं पर चर्चा करते हुए सकारात्मक पहल की बात कही। लगभग एक घंटे तक चली वार्ता में वाम छात्र संगठन के नेताओं ने शिकायती लहजे में कहा कि कि संगठन की ओर से लगातार आवेदन दे कर वे लोग थक चुके हैं आवेदन पर पहल नहीं होने पर ही संगठन ने आंदोलन का रुख किया ।

बीएनएमयू कुलपति प्रो आर के पी रमन ने कहा कि वो हर मुद्दे पर लगातार काम कर रहे हैं संगठन को को कुछ इंतजार करना चाहिए। एआईएसएफ के विश्विद्यालय प्रभारी हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने कहा कि स्थापना के तीन दशक में समय पर नामांकन, परीक्षा व परिणाम देने संग विश्वविद्याल अपनी पत्रिका प्रकाशित करने व बी एन मण्डल की जयंती को कैलेंडर में शामिल करवाने में सफल नहीं रहा। गर्ल्स हॉस्टल को शुरू नहीं किया गया, कोर्स वर्क परीक्षा का मूल अंकपत्र जहां अभी तक नहीं मिला है वहीं पैट 2020 की तिथि घोषित नहीं किया गया है। छात्र नेता राठौर ने कहा कि विश्वविद्यालय में आलाधिकारी की मनमानी चरम पर है सरकार व सीनेट सिंडीकेट के फैसलों की लगातार अनदेखी इसके प्रमाण हैं। बीएसएस कॉलेज सुपौल में पीजी की पढ़ाई, बीएनएमयू में पत्रकारिता, नाट्य, संगीत व अन्य विषयों में पीजी की पढ़ाई शुरू नहीं होना इसके उदाहरण हैं। अनेकानेक साक्ष्य देने के बाद भी बीएड विभाग की कमियों को दूर नहीं किया गया। पुलिस चौकी शुरू करने की बात मजाक बनी हुई है।राठौर ने कहा कि ये सारी मांगे छात्र हित में पहली प्राथमिकता की कड़ी से जुड़ी हैं अगर इनका समाधान किया जाए तो इससे छात्र छात्राओं संग बीएनएमयू को भी बहुत लाभ होगा ।

वार्ता के दौरान कुलपति ने बताया कि छात्र संगठन की मांगों पर पहल तेजी से शुरू कर दिया गया है। बीएड में शिक्षक व कर्मियों की कमी को पूरा करने, पैट2020 की तिथि जारी करने, कोर्स वर्क परीक्षा का मूल अंकपत्र उपलब्ध कराने, गर्ल्स हॉस्टल प्रारम्भ करने की प्रक्रिया शुरू करने के लिए आदेश दे दिया गया है। पुलिस चौकी को तत्क्ष्ण पत्र भेजा गया, वहीं सरकार के निशुल्क शिक्षा के आदेश के पालन के लिए एक बैठक बुलाई गई है। बीएनएमयू इस बार से त्रिमासिक पत्रिका का प्रकाशन की तैयारी करेगा। उन्होंने कहा कि जल्द ही सभी मांगों को पूरा कर लिया जाएगा ।

इस दौरान एआई वाईएफ के राष्ट्रीय परिषद् सदस्य शंभू क्रांति ने संगठन कि मांग पर पुलिस चौकी स्थापना के लिए एसपी को लिखे पत्र पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा कि बीएनएमयू की सुरक्षा का हवाला देने के बजाय छात्र संगठनों के आंदोलन के हवाला को प्राथमिकता देते हुए पुलिस चौकी की स्थापना की मांग करना दोहरी चाल है, इसे अविलंब बदला जाए। जिसपर तुरन्त संज्ञान लेते हुए कुलपति ने इसमें सुधार की बात कही। एआईएसएफ के राज्य परिषद सदस्य सह संयुक्त जिला सचिव सौरभ कुमार ने कहा कि संगठन की मांग बस छात्र व बीएनएमयू हित में पहल है। कुलपति अगर इस ओर सक्रिय पहल करते हैं तो संगठन को खुशी ही नहीं होगी बल्कि संगठन सकारात्मक सहयोग भी देगा । बीएनएमयू कुलपति ने खुद पहल कर सभी मांगों पर कारगर कदम उठाने की बात कही है इसलिए संगठन तीन दिन की जगह एक सप्ताह का इंतजार करेगा। इस समय के अंदर अगर पहल नहीं हुई तो फिर उग्र आंदोलन को शुरू किया जाएगा।


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