मधेपुरा/बिहार : देश में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में वाम युवा व छात्र संगठन एआईएसएफ और एआईवाईएफ द्वारा चांदनी चौक पर सड़क जाम कर केंद्र सरकार का जम कर विरोध किया गया। एआईवाईएफ जिला अध्यक्ष जितेंद्र कुमार मुन्ना एआईएसएफ संयुक्त जिला सचिव सौरभ कुमार के नेतृत्व में आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए एआईवाईएफ के राष्ट्रीय परिषद् सदस्य शंभू क्रांति ने कहा कि यह वर्तमान केन्द्र सरकार पूरी तरह तानाशाही रवैया अपना रही है चंद पूंजीपतियों के हाथ की कठपुतली बनी सरकार पूरी तरह से किसान, मजदूर, युवा, छात्र विरोधी फैसले को जबरन लादने की कोशिश कर रही है जिसे किसी कीमत पर कामयाब होने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह आश्चर्य से कम नहीं है कि केंद्र सरकार बिल में जो फायदा दिखा रही है वो हकीकत में किसान को क्यों नहीं नजर आता है इसका मूल कारण यह है कि सरकार बिल के बहाने पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने में लगी है।
एआईएसएफ राष्ट्रीय परिषद् सदस्य सह बीएनएमयू प्रभारी हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने कहा कि दुखद है कि बहुमत ने जिसे राष्ट्र कल्याण के लिए काम करने को चुना वह सरकार चंद लोगों के लिए काम कर रही है।सरकार के दिशाहीन फैसलों के कारण अन्तर्राष्ट्रीय फलक पर राष्ट्र की छवि को धक्का लगा है।अगर मोदी सरकार समय से पहले न सम्हली तो परिणाम भयावह होंगे। एआईवाईएफ जिला अध्यक्ष जितेंद्र कुमार मुन्ना ने कहा कि जिन किसानों के परिश्रम से सबको भोजन मिलता है उन्हीं किसानों को अपने अधिकार के लिए सड़क पर लगातार संघर्ष करना ही सरकार की विफलता को दर्शाता है। दोनों वाम संगठन किसानों की लड़ाई में हर स्तर पर साथ है। सरकार अविलंब किसानों की मांग को पूरा करे अन्यथा अनिश्चित कालीन आंदोलन की रूप रेखा भी तैयार हूं होगी। एआईएसएफ नेता सौरव कुमार ने कहा कि इस सरकार के सारे फैसले आम जनता के शोषण करने वाले हैं चाहे वो शिक्षा से जुड़ा हो या कृषि से। यह सरकार विवादास्पद निर्णय लेकर सबों को उलझाकर अपना काम निकालने में रहती है। जनहित के मुद्दे, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, रोजगार से इसका कोई लेना नहीं है जिससे समाज और देश का विकास सम्भव है। एआईवाईएफ जिला अध्यक्ष जितेंद्र कुमार मुन्ना ने कहा कि जिन किसानों के परिश्रम से सबको भोजन मिलता है उन्हीं किसानों को अपने अधिकार के लिए सड़क पर लगातार संघर्ष करना ही सरकार की विफलता को दर्शाता है। दोनों वाम संगठन किसानों की लड़ाई में हर स्तर पर साथ है। सरकार अविलंब किसानों की मांग को पूरा करे अन्यथा अनिश्चित कालीन आंदोलन की रूप रेखा भी तैयार हूं होगी।
इस अवसर परअरविंद कुमार गौरी, पंकज, अमित, निक्की, रूपेश, पंकज, सलेंद्र यादव माधो, जहांगीर कुमार, महफूज कुमार, मनाज़िर कुमार, इकरामुल, लाल, मुन्ना, पवन, बैजनाथ, अतुल कुमार उर्फ स्टाइलिन सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण किसान मौजूद रहे।