छातापुर/सुपौल/बिहार : प्रखंड क्षेत्र में इन दिनों किशोरों को कौन कहे छोटे-छोटे बच्चों में भी नशे की लत चिंता का विषय बनता जा रहा है। छोटे-छोटे ये बच्चे भी मादक पदार्थो के आदी होते जा रहे हैं। दुकानों पर उपलब्ध गुटखा, सन्फिक्स आदि नशीले पदार्थ जहां इसे खुलेआम बढ़ावा दे रही है। वहीं अभिभावक भी इस ओर उदासीन बने हुए हैं।
इन दिनों बच्चे नशे के लिए एक नई तरकीब अपनाते देखे जा रहे हैं। वे नशे के लिए बाजार में सर्वथा उपलब्ध सनफिक्स बांड फिक्स इत्यादि के धड़ल्ले से उपयोग करते देखे जा रहे हैं। कई बच्चे इस सनफिक्स के इस कदर आदी हो चुके हैं कि वे दिन भर में 5-6 पैक तक सनफिक्स को सूंघ कर खत्म कर देते हैं। नशे के रूप में सनफिक्स का प्रयोग कर रहे एक 8 वर्षीय बच्चे से पूछने पर बताया कि इसे सूंघने से काफी आनंद मिलता है। यदि इसे न सूंघे तो शरीर में अकड़न सी हो जाती है। जबकि स्थानीय बाजार में इन दिनों कई दुकानदार बच्चों को मांगने पर भी ऐसी चीज देने से परहेज कर रहे हैं।