मुरलीगंज/मधेपुरा/बिहार : मुरलीगंज नगर पंचायत वार्ड 6 स्थित आंगनवाड़ी केन्द्र संख्या 20 में शुक्रवार को टीएचआर वितरण में भारी पैमाने पर धांधली बरतने का मामला सामने आया है। सेविका पर पोषक क्षेत्र के दर्जनों लाभार्थियों ने आरोप लगाया है।
बताया गया कि आंगनवाड़ी केन्द्र संख्या 20 पर सेविका द्वारा गर्भवती, धात्री, कुपोषित और अतिकुपोषित लाभार्थियों को एक समान टीएचआर दिया गया। जबकि चारो तरह के लाभार्थियों को चावल, दाल और सोयाबीन काम देने का आरोप लगाया गया है। बता दें कि विभागीय निर्देश यह है कि अतिकुपोषित को चावल 3 किलो 750 ग्राम, दाल 1 किलो 750 ग्राम और सोयाबीन 875 ग्राम देना है। गर्भवती एवं धात्री महिलाओं को चावल 3 किलो 500 ग्राम, दाल डेढ़ किलो और सोयाबीन 450 ग्राम देना है। कुपोषित बच्चों को ढाई किलो चावल, सवा किलो दाल और आधा किलो सोयाबीन देने का निर्देश है। लेकिन सेविका इन सभी विभागीय निर्देशों को ताक पर रखकर मनमानी तरीके से टीएचआर का वितरण कर रही थी। सभी तरह के लाभार्थियों को दो किलो अरवा चावल, एक किलो दाल और लगभग दो सौ ग्राम सियाबीन दिया जा रहा था।
मजे की बात यह है कि टीएचआर वितरण से सहायिका को वंचित रखा जाता है। ऐसा सहायिका चंद्रकला देवी का आरोप था। मौके मौजूद दर्जनों लाभार्थियों ने बताया कि टीएचआर लेने जब केन्द्र पर पहुंचे तो अनाज कम दिया जा रहा था। जिसका विरोध किया गया तो इतने में सेविका पति हमलोगों पर हीं भड़क उठे। और कहा कि सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों में इसी तरह टीएचआर वितरण किया जाता है।
सेविका रेखा कुमारी ने बताया कि हर बार इसी तरह टीएचआर वितरण किया जाता है। सभी लाभार्थियों को पूर्ति नहीं होने के वजह से कम देना पड़ता है। उन्होंने घरेलू विवाद में साजिश करने का आरोप लगाया। इस संबंध में सीडीपीओ अहमद राजा खान ने बताया कि मामले की जांच करवा कर उचित कार्रवाई की जाएगी।