
उप संपादक
मधेपुरा/बिहार : संसद से खेती-किसानी से जुड़े तीन नए कानूनों को मंजूरी के खिलाफ किसान संगठन अखिल भारतीय किसान संघ (एआईएफयू), भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू), अखिल भारतीय किसान महासंघ (एआईकेएम) और अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति (एआईकेएससीसी) द्वारा शुक्रवार को आयोजित भारत बंद का असर प्रखंड में मिला जुला रहा।
विधेयक के पास होने के साथ ही शुरु हुआ विरोध अब लगातार मुखर होता दिख रहा है। इस भारत बंद को जहां 31 किसान संगठनों ने वैचारिक मतभेदों को भुलाते हुए अपना समर्थन दिया वहीं पुरैनी प्रखंड मुख्यालय में एसएच 58 को अहले सुबह से जामकर पूर्णत आवागमन ठप कर दिया मौके पर मौजूद जनाधिकार पार्टी और सीपीआईएम के कार्यकर्ताओ ने जमकर सरकार विरोधी नारे लगाए हालांकि पुरैनी प्रखंड मुख्यालय में राजद और कांग्रेस के कार्यकर्ता नदारद दिखे।
मौके पर जनाधिकार पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष मोहम्मद सहादत, राजेश रौशन, सुशील यादव, सतीशचन्द्र मिश्रा, लड्डू यादव, सीपीआईएम के गणेश साह, सियाराम मेहरा, भीम नारायण शर्मा, उपेन्द्र मेहता, मांगन शर्मा, सहित दर्जनों अन्य मौजूद थे ।