मधेपुरा/बिहार : व्यक्ति की पहचान उसके कर्मों से होती है, जो सद्कर्म करते हैं, उनकी यश एवं कीर्ति दुनिया में फैलती है। यही यश एवं कीर्ति व्यक्ति को अमर बनाती है। महावीर प्रसाद यादव भी अपनी यश एवं कीर्ति से अमर हो गये हैं।
उक्त बातें गुरूवार को बिहार के पूर्व शिक्षा मंत्री, पूर्व सांसद एवं पूर्व कुलपति डा महावीर प्रसाद यादव की पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में बीएनएमयू कुलपति प्रो डा ज्ञानंजय द्विवेदी ने कही। यह आयोजन शिक्षाशास्त्र विभाग में किया गया। कुलपति ने कहा कि हम सबों को अपने-अपने स्वधर्म का पालन करना चाहिये, हमें जो भी जिम्मेदारी मिली है, हम उसका सम्यक् निर्वहन करें, यही महावीर बाबू के प्रति हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
उन्होंने कहा कि हम बड़े-बड़े काम भले न कर पायें, लेकिन जो कर सकते हैं, उतना करने में कोताही नहीं करें। उन्होंने कहा कि हमें हमेशा सृजनात्मक एवं संरचनात्मक सोच के साथ काम करना चाहिये। नकारात्मक एवं प्रपंचात्मक विचारों को अपने अंदर हावी नहीं होने देना चाहिये।
नहीं भुलाया जा सकता है विश्वविद्यालय में महावीर बाबू का योगदन : कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय में सभी प्रमुख महापुरूषों की जन्मतिथि एवं पुण्यतिथि पर कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। इसके लिये एक कमिटी गठित की जायेगी। उन्होंने महावीर प्रतिमा स्थल पर उनके प्रमुख सुक्तियों को अंकित करने का निदेश दिया। वित्तीय परामर्शी सुभाषचंद्र दास ने कहा कि यहां उन्हें महावीर बाबू के बारे में बहुत कुछ जानने का अवसर मिला है। विश्वविद्यालय में उनके योगदन को भुलाया नहीं जा सकता है। सामाजिक विज्ञान संकायाध्यक्ष डा आरकेपी रमण ने महावीर बाबू से जुड़े कई संस्मरण सुनाये। उन्होंने कहा कि महावीर बाबू एक अनुशासनप्रिय व्यक्ति थे। साहित्यिकार डा भूपेंद्र नारायण यादव मधेपुरी ने कहा कि महावीर बाबू के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है। कुलसचिव डा कपिलदेव प्रसाद यादव ने कहा कि महावीर बाबू समय पर कक्षा लेने के समर्थक थे। वे विरोधियों का भी सम्मान करते थे।
विवि परिसर स्थित महावीर बाबू की प्रतिमा पर किया गया माल्यार्पण : जंतु विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा अरूण कुमार ने मांग की कि विश्वविद्यालय में सभी विषयों एवं विशेषकर विज्ञान के विषयों में सीट बढाये जायें। इसके पूर्व कुलपति सहित सभी उपस्थित लोगों ने विश्वविद्यालय परिसर स्थित महावीर प्रसाद यादव की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि किया। कार्यक्रम के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग सहित एसओपी का पूर्ण अनुपालन सुनिश्चित किया गया। आम लोगों की सुविधा के लिये कार्यक्रम का यू-ट्यूब चैनल बीएनएमयू संवाद से लाइव प्रसारण किया गया।
इस अवसर पर महाविद्यालय निरीक्षक विज्ञान डा ललन प्रसाद अद्री, एनएसएस समन्वयक डा अभय कुमार, जनसंपर्क पदाधिकारी डा सुधांशु शेखर, एमएड विभागाध्यक्ष डा बुधप्रिय, बीएड विभागाध्यक्ष डा ललन प्रकाश सहनी, डा विनोद कुमार यादव, डेविड यादव, गौरव कुमार सिंह सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे। संचालन शिक्षाशास्त्र विभाग के प्रोफेसर इंचार्ज डा नरेश कुमार ने किया। धन्यवाद ज्ञापन उप खेल सचिव डा शंकर कुमार मिश्र ने किया।