कुमारखंड/मधेपुरा/बिहार : रविवार को कुमारखंड थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर चंडीस्थान पंचायत में कब्रिस्तान से 100 मीटर दक्षिण महुआ गाछी के समीप स्टेट हाईवे 91 पर ऑटो और पिकअप वैन के बीच जबरदस्त हुई, टक्कर में ऑटो पर सवार दो व्यक्ति की घटना स्थल पर ही मौत हो गई, जबकि ऑटो पर सवार दो अन्य लोग घायल हो गए । घटना के बाद ग्रामीणों ने घायल को इलाज के लिए सीएचसी कुमारखंड में भर्ती कराया। जहां ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक द्वारा प्राथमिक उपचार कर बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल मधेपुरा रेफर कर दिया गया है।
इधर हादसे के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने लाश को स्टेट हाईवे पर रख घंटो जामकर विरोध प्रदर्शन किया । जानकारी के अनुसार अररिया जिला के भरगामा थाना क्षेत्र के वीरनगर बिसहरिया पंचायत स्थित खलीलाबाद निवासी मोहम्मद सलमान साह अपने सुसराल सहरसा जिले के नवहट्टा थाना क्षेत्र के नवहट्टा वार्ड 14 से ऑटो भाड़ा कर अपनी पत्नी शहजादी खातून, दो माह की पुत्री शाजदा खातून, चचेरा ससुर मोहम्मद शकील साह, मोहम्मद उम्मत साह, साली गुलनाज खातुन के साथ नवहट्टा से बीरनगर बिसहरिया अपने घर जा रहे थे । जैसे ही लक्ष्मीपुर रहटा के बीच कब्रिस्तान से 100 मीटर दक्षिण महुआ गाछी के समीप उनकी ऑटो पहुंची तो पीछे से मीरगंज की ओर से आ रहे तेज रफ्तार से एक पिकअप वैन ने ऑटो को जबरदस्त टक्कर मार कर फरार हो गया। जिसमें वीरनगर बिसहरिया निवासी मोहम्मद सलमान साह और नवहट्टा निवासी उनके चचेरा ससुर शकील साह की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी। जबकि इस सड़क दुर्घटना में ऑटो पर सवार मोहम्मद उम्मत साह, गुलनाज खातून और शहजादी खातून गंभीर रुप से घायल हो गई ।
घायलों को बेहतर इलाज के लिए मधेपुरा सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया है। ग्रामीणों ने घायल को इलाज के लिए सीएचसी कुमारखंड में भर्ती कराया। स्थानीय ग्रामीणों ने लाश को स्टेट हाईवे पर रखकर घंटो विरोध प्रदर्शन किया। इस बीच ऑटो को ठोकर मार कर भाग रहे पिकअप वैन चालक ने थोड़ी दूर आगे जाने के बाद केवटगामा से खुर्दा जाने वाली रोड में वैन को खड़ा कर खुद फरार हो गया। उधर पिकअप वैन का पीछा कर रही पुलिस वहां पहुंचकर गाड़ी को कब्जे में कर थाना ले आई।
घटना की जानकारी मिलते ही थानाध्यक्ष सियावर मंडल, सीओ जयप्रकाश राय, बीडीओ पंकज कुमार, अन्य पुलिस पदाधिकारी और पुलिस फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर मृतक के परिजनों को घटना की जानकारी दिए। खबर लिखे जाने तक आवागमन को बहाल कर करने के लिए ग्रामीणों को पदाधिकारी द्वारा समझने कि प्रयास किया जा रहा है।