नालंदा/बिहार: जिला मुख्यालय बिहारशरीफ स्थित कमरुद्दीन गंज में भाकपा माले पार्टी कार्यालय में बिहार के बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था के जिम्मेदार भाजपा जदयू सरकार और राज्य के नकारा स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के बर्खास्तगी की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।
प्रतिवाद सभा को संबोधित करते हुए माले जिला कमिटी सदस्य मकसूदन शर्मा ने कहा आज पूरे बिहार में कोरोना का संक्रमण बहुत तेजी से फैल रहा है। इलाज के अभाव में लोग बेमौत मारे जा रहे हैं और भाजपा – जदयू की सरकार चुनाव – चुनाव खेलने में मस्त है। 6 महीने बीत गए लेकिन सरकार ने जांच, इलाज, रोजी, रोजगार किसी मामले में कोई उल्लेखनीय काम नहीं किया। सब कुछ भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है। इससे ज्यादा शर्म की बात और क्या होगी कि खुद गृह विभाग के उपसचिव उमेश रजक की हत्या आईजीआईएमएस, एनएमसीएच,एम्स के बीच दौड़ा – दौड़ा कर दी गई तो सहज ही सोचा जा सकता है कि बीमार पड़ने पर आम आदमी की हालत क्या होगी।
वहीं माले जिला कमिटी सदस्य पाल बिहारी लाल ने कहा बीमारी का फैलाव देखते हुए तमाम प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, अनुमंडल और जिला अस्पतालों में कोरोना के बेहतर इलाज और आईसीयू की व्यवस्था होनी चाहिए। इसी तरह, सिर्फ मेडिकल कॉलेज के लिए जिलों को बांट देने से काम नहीं चलेगा। तमाम मेडिकल कॉलेजों में आईसीयू बेड की संख्या में भारी बढ़ोत्तरी की जरूरत है। निजी अस्पताल में भी इलाज की घोषणा की गई है। लेकिन इसका खर्च बीमार को खुद उठाना पड़ेगा। यह एकदम से अन्यायपूर्ण फैसला है। हमारी माँग है कि महामारी की विकराल होती जा रही स्थिति के मद्देनजर तमाम निजी अस्पतालों को सरकार अपने नियंत्रण में ले और वहां सरकारी खर्च पर कोरोना के इलाज की व्यवस्था करे।
आइसा के जिला संयोजक जयन्त आनंद ने कहा घोषणाबाजी में सरकार पीछे नहीं है। लेकिन कोरोना के नाम पर खूब लूट चल रही है। जनता में मुफ्त मास्क, सैनिटाइजर व साबुन का वितरण लापता है। मुफ्त बांटने की बजाय सैनिटाइजर पर 18% जीएसटी लगा दिया गया है। इसी तरह मास्क बांटने की बजाय बिना मास्क वाले राहगीरों से जुर्माना वसूला जा रहा है। पूंजीपतियों से पैसा वसूलने की बजाय लुट पिट चुकी जनता की ही जेब काटने में सरकार लगी हुई है। फिर से लगे लॉक डाउन ने पहले ही से रोजी – रोटी खो चुके मेहनतकश आम – अवाम के सामने विपत्ति का पहाड़ खड़ा कर दिया है। ठेला फुटपाथ भेंडर्स यूनियन के जिला सचिव रामदेव चौधरी ने कहा नीतीश कुमार के महागठबंधन वाले कार्यकाल के कुछ समय को छोड़ दिया जाए तो बिहार में विगत 15 वर्षों से भाजपा के हाथ में ही स्वास्थ्य विभाग है। आज केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री भी बिहार के ही हैं। बावजूद इसके बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था की दुर्दशा सबों के सामने है। नकारा स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को बर्खास्त किए बगैर स्वास्थ्य व्यवस्था में कुछ भी सुधार की उम्मीद पालना बेमानी है।
इस अवसर पर ठेला फुटपाथ भेंडर्स यूनियन के जिला अध्यक्ष किशोर साव, नवल किशोर, जगदीश दास, बंगाली दास सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।