मधेपुरा :  कोरोना संक्रमण से भयभीत नहीं बल्कि जागरूक, सजग एवं सतर्क होने की है जरूरत

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शनिवार को जिले में 10 लोगों के जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव ⇔ 67 कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति जेएनकेटी में है इलाजरत  ⇔ प्रशासन द्वारा बिना मास्क लगाये व्यक्ति का काटा जा रहा है चालान ⇔ अधिकारियों ने बस चालक एवं उनके सहयोगी से कराया उठक-बैठक ⇔ बख्शे नहीं जायेंगे लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने वाले दुकानदार  

अमित कुमार अंशु
उप संपादक

मधेपुरा/बिहार : शनिवार को जिला प्रशासन द्वारा लगाये गये लॉकडाउन के दूसरे दिन हर चौक चौराहों पर पुलिस प्रशासन पूरी तरह सख्त दिखी, सड़कों पर आवागमन करने वाले लोगों से पुलिस बलों एवं अधिकारियों के द्वारा आवागमन का कारण पूछा जा रहा था, अधिकारियों द्वारा लगातार गली-मोहल्लों में गस्ती कर बिना मास्क पहने घूम रहे लोगों से चालान काटा जा रहा है, साथ ही लोगों को अधिकांश समय घरों में रहने की सलाह दी जा रही है। चौक-चौराहों पर तैनात अधिकारियों ने लोगों को साफ निर्देश दिया कि अगर उन्हें बहुत जरूरी कार्य है तो ही घर से बाहर निकलें, वरना अपने घरों में रहें। वहीं उन्हें किसी कार्य से घर से बाहर निकलने की जरूरत पड़ती है तो मास्क का उपयोग जरूर करें। उन्होंने कहा कि लोगों की अपनी जागरूकता उनके अपनों एवं आसपास के लोगों के लिये सुरक्षा होगी।

लॉकडाउन के दूसरे दिन का वीडियो :

बख्शे नहीं जायेंगे लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने वाले दुकानदार : अधिकारियों द्वारा शहर में भ्रमण कर लगातार लोगों को लोगों से संबंधित नियमों सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क का उपयोग समेत अन्य नियमों का पालन करने का निर्देश दिया जा रहा था। अधिकारियों ने दुकानदारों को भी जिला प्रशासन द्वारा तय समय सीमा पर ही दुकान खोलने का निर्देश दिया और कहा कि अगर कोई भी दुकानदार जिला प्रशासन एवं लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करते हैं तो उन्हें किसी भी शर्त पर बख्शा नहीं जायेगा। सदर प्रखंड विकास पदाधिकारी आर्य गौतम एवं अन्य अधिकारियों ने शहर में गस्ती कर तय समय सीमा से बाहर दुकान के दुकानदारों को बंद करने तथा नियमों का पालन करने का निर्देश दिया। अधिकारियों ने कहा कि लोगों को कोरोना संक्रमण को लेकर भयभीत होने की जरूरत नहीं है बल्कि जागरूक, सजग एवं सतर्क होने की जरूरत है।

अधिकारियों ने बस चालक एवं उनके सहयोगी से कराया उठक-बैठक : चौक-चौराहों पर तैनात अधिकारियों के द्वारा पैदल जाने वाले राहगीरों के साथ-साथ साइकिल, मोटरसाइकिल, ऑटो, ई-रिक्शा एवं रिक्शा रुकवा कर उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग समेत मास्क लगाने का निर्देश दिया. अधिकारियों ने वाहन चालकों को निर्देश दिया कि बिना मास्क वाले किसी भी व्यक्ति को वाहन पर चढ़ने से रोक दें, अगर वाहन चालक ऐसा नहीं करते हैं तो संबंधित व्यक्ति समेत वाहन चालक पर भी कार्रवाई की जायेगी। साथ ही अधिकारियों ने अधिक दूरी तय करने वाली बसों को रुकवा कर उनकी भी गहन जांच की, बसों में बिना मास्क पहने लोगों को जमकर फटकार लगाई तथा बस चालक एवं उनके सहयोगी को उठक-बैठक करा कर करे निर्देश दिये।

शनिवार को जिले में 10 लोगों के जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव : जिले में लगातार कोरोना संक्रमित व्यक्ति की संख्या बढ़ती जा रही है। जिले में लगातार कोरोना पॉजिटिव मरीजों की तादाद का बढ़ना जिले के लिये चिंताजनक है। इसके बावजूद लोग कोरोनो संक्रमण को लेकर जागरूक नहीं हो रहे हैं। समय रहते कोरोना महामारी को स्थानीय लोग गंभीरता से नहीं लेंगे तो लॉकडाउन की अवधि को बढ़ाया भी जा सकती है। शनिवार को जननायक करपुरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के द्वारा भेजी गई जांच रिपोर्ट में जिले के 10 लोगों के जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिसमें दो व्यक्ति सदर प्रखंड के तुनियाही के रहने वाले हैं, वहीं आठ व्यक्ति जिला मुख्यालय के विभिन्न जगहों के रहने वाले हैं। ऐसी हालात में अगर लोग सजग एवं जागरूक नहीं होते हैं तो उनके गलती का खामियाजा उनके अपने एवं आसपास लोगों को भुगतना पड़ेगा।

67 कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति जेएनकेटी में है इलाजरत : सदर अस्पताल प्रशासन, जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिलक कॉलेज एवं अस्पताल प्रशासन द्वारा लगातार लोगों के सैंपल लिये जा रहे है एवं जांच किये जा रहे है। 21 मार्च से 11 जुलाई तक सदर अस्पताल द्वारा छह हजार पांच सौ लोगों की स्क्रीनिंग की गयी। वहीं छह हजार चार सौ 28 लोगों का सैंपल जांच के लिये भेजा गया, इसमें अब तक दो सौ 62 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है, इनमें से 195 लोग स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके है एवं 67 व्यक्ति अभी जेएनकेटी में इलाजरत है। शुक्रवार को भी सदर अस्पताल द्वारा 197 लोगों का सैंपल जांच के लिये भेजा गया था। वहीं शनिवार को 30 लोगों की थर्मल स्कैनिंग भी की गयी है।

प्रशासन द्वारा बिना मास्क लगाये व्यक्ति का काटा जा रहा है चालान: सदर अस्पताल के अपर मुख्य चिकित्सक डा सुभाष चंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि जिस व्यक्ति में बुखार, सर्दी, खांसी एवं बुखार जैसी लक्षण दिख रही है। उनकी सबसे पहले थर्मल स्क्रीनिंग की जाती है., अगर थर्मल स्क्रीनिंग के उपरांत किसी व्यक्ति को संदिग्ध पाया जाता है तो तुरंत उसे सदर अस्पताल में बने आइसोलेशन वार्ड में रखा जाता है एवं सैंपल जांच के लिये भेजा जाता है, अगर वे पॉजिटिव पाये जाते हैं तो उन्हें जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिलक कॉलेज एवं अस्पताल में बने आईसोलेशन वार्ड में भर्ती किया जाता है। तबीयत में सुधार होने के बाद वहां से उन्हें मुक्त किया जाता है। उन्होंने बताया कि अभी भी लोग बिना मास्क के घूम रहे हैं, लोग नहीं मान रहे हैं, इसलिए जिला प्रशासन द्वारा बिना मास्क लगाये व्यक्ति का चालान काटा जा रहा है।


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