दरभंगा/बिहार : आज सुबह दरभंगा से एक बड़ी खबर आई है कि एसएसपी बाबूराम के आवास पर एक सिपाही ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली है। गंभीर स्थिति में जब उसे डीएमसीएच में भर्ती कराया गया लेकिन चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मृतक सिपाही की शिनाख्त चिंटू कुमार पासवान के रूप में की गई है। घटना की खबर मिलते हीं पूरे पुलिस महकमे में खलबली मच गई। बताया जाता है कि चिंटू अपने गर्दन से नीचे सीने में दो गोली मारी है। डीएमसीएच परिसर में बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष राजू यादव मंत्री विपुल सिंह रक्षित डीएसपी जे एस ठाकुर नगर थानाध्यक्ष सत्य प्रकाश झा पुलिस मेंस एसोसिएशन के कई नेता सहित भारी संख्या में पुलिसकर्मी मौजूद थे।
मृतक अरवल जिले के बंसी ओपी के माली गांव निवासी स्वर्गीय रामचंद्र पासवान का पुत्र बताया जाता है। लॉकडाउन के दौरान मृतक सिपाही की शादी होने वाली थी, लेकिन लॉकडाउन के कारण कई तिथि को आगे बढ़ा दिया गया। अभी वर्तमान में उसकी शादी 24 जून को होनी थी। आत्महत्या किन कारणों से की गई है उसकी तहकीकात शुरू कर दी गई है।
वही मृतक सिपाही के मोबाइल को भी खंगाला जाएगा। 2 महीने पूर्व उसकी शादी तय हुई थी लेकिन इसी कारण से शादी की तिथि आगे बढ़ गया था। मृतक सिपाही के छुट्टी नहीं दिए जाने को लेकर सिटी एसपी ने बताया कि उनकी छुट्टी के लिए आवेदन अधिकारियों के पास नहीं पहुंची थी। सिटी एसपी ने बताया कि परिवार के सदस्यों को जो भी सहायता होगी वह दिया जाएगा। मुजफ्फरपुर से एफएसएल टीम मौके पर पहुंचकर मृतक के राइफल गोली मोबाइल सहित मृतक के खून लगे कपड़ा आदि सहित कई सामान को जप्त कर ली है, जिसे टीम अपने साथ जांच के लिए ले गई है। वहीं परिजन के पहुंचते शव का पोस्टमार्टम कराया गया और पुलिस लाइन लाकर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया, जहां से शव को अरवल पैतृक घर के लिए ले जाया गया।
मृतक सिपाही चिंटू पासवान की नियुक्ति वर्ष 2018 में हुई थी और दरभंगा में योगदान दिए थे, जहां से उनकी ड्यूटी एसएसपी आवास पर लगाई गई थी। इधर सूचना पर दरभंगा पहुंचे मृतक सिपाही के मामा डॉक्टर आजाद पासवान ने बताया कि वह गरीब परिवार इकलौता पुत्र था। उसे न्याय मिलना चाहिए आखिर उसे किन परिस्थिति में छुट्टी नहीं दी गई। जांच रिपोर्ट जनता के सामने आना चाहिए।