दरभंगा/बिहार : कोरोना महामारी ने इंसान के हालात को बद से बदतर कर दिया है। एक ऐसी दर्द विदारक घटना जिसे सुन कर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे।
शनिवार को उन्नाव में एक बड़ा हादसा हो गया। बिहार के दरभंगा लौट रहे प्रवासी श्रमिक दंपती की लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर एक दुर्घटना में मौत हो गई, जबकि सात वर्षीय उनका बेटा बाल-बाल बच गया। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
बेनीपुर प्रखंड के बहेड़ा थाना क्षेत्र के मकरमपुर निवासी अशोक चौधरी व उनकी पत्नी छोटी अपने सात वर्ष के बेटे कृष्णा के साथ ऑटो से गांव के लिए निकले थे। अशोक हरियाणा जिले के झज्जर थाने के बहादुरगढ़ के सुभाषनगर में किराए के मकान में रहते थे और ऑटो चलाते थे। लॉकडाउन के चलते काम बंद होने पर अशोक पत्नी व बच्चे को लेकर हरियाणा से निकले थे। लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे स्थित भवानीखेड़ा गांव के पास ऑटो में पेट्रोल खत्म हो गया था। अशोक ऑटो को सड़क किनारे खड़ा कर पेट्रोल डाल रहे थे। इसी दौरान केजी में पढ़ने वाला कृष्णा ऑटो से उतरकर पेशाब करने लगा। तभी पीछे से आए लोडर ने खड़े ऑटो में टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबर्दस्त थी कि ऑटो में बैठी पत्नी छोटी व अशोक की मौके पर मौत हो गई। मौत की खबर मिलते ही यूपीडा कर्मियों ने एंबुलेंस से दंपती को बांगरमऊ सीएचसी भेजा। वहां डॉक्टर ने दंपती को मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने शवों की शिनाख्त के बाद परिजनों को सूचना दे दी और क्रेन मंगवाकर रास्ता साफ करवाया। पुलिस कृष्णा को लेकर थाने आ गई है। पुलिस ने ऑटो की तलाशी के दौरान मिली नगदी, जेवर और मोबाइल आदि सामान को अपने कब्जे में ले लिया है।
इधर मृतक के परिजनों ने बताया कि हम लोगों को इस घटना की जानकारी दोपहर डेढ़ बजे मिली। लखनऊ – आगरा एक्सप्रेस वे की घटना मे मकरमपुर से अशोक चौधरी के परिजन घर से शनिवार को चलें गयें आज बनारस में गंगा किनारे दाह संस्कार किया गया। परिजनों को रो रो कर बुरा हाल है पुरे गाँव में शोक की लहर हैं लोग सदमे के कारण कोई किसी से बात तक नहीं करना चाहते हैं, गांव के पूर्व मुखिया संतोष चौधरी, अरूण चौधरी, हेमंत चौधरी ने सांसद गोपाल जी ठाकुर एवं विधायक को फोन से बात कर परिजनों को उचित सरकारी सहायता राशि दिलवाने में मदद करने की गुहार लगाई है।