मधेपुरा/बिहार : जिले वासियों को अब दौराम मधेपुरा रेलवे स्टेशन को नए रूप में देखना जल्द ही संभव होगा। लोगों को ट्रेन पर चढ़ने-उतरने की परेशानी से भी जल्द ही छुटकारा मिलेगा। दौराम मधेपुरा स्टेशन बनाने को हाई लेवल बनाने का कार्य जोर-शोर से चल रहा है।
इस बाबत अधिकारियों ने बताया की लॉक डाउन खत्म होने से पहले प्लेटफॉर्म एक को पूरा कर लेने की कोशिश है। इसके लिए दिन रात आसीत कंस्ट्रक्शन के कर्मी लगे हुए हैं।
गौरतलब है कि पिछले दो साल से दौराम मधेपुरा स्टेशन के प्लेटफार्म को ऊंचा करने की बात कहीं जा रही थी। लेकिन काम किसी न किसी वजह से काम बार-बार अटक जा रहा था। बेहद धीमी गति से चल रहा यह कार्य बार-बार शुरू होता था और फिर कुछ दिनों चलने के बाद ठप कर दिया जाता था।
ट्रेन परिचालन बंद होने के कारण नहीं आएगी काम मे बाधा : अभी इस काम को करने से समय की बचत होगी। ट्रेन ना चलने को लेकर काम को बीच में रोकना नहीं पड़ेगा, काम निरंतर चलता रहेगा। यदि लॉक डाउन की स्थिति अगर ना होती तो ट्रेन के रूटों को भी डायवर्ट करना पड़ता। खासकर तत्काल जो रेलवे परिसर है, उसके पुनर्निर्माण में काफी परेशानी आती। लेकिन लॉक डाउन को लेकर अभी इस तरह की कोई परेशानी सामने नहीं आएगी। जिस कारण से काम आसानी से निपटाया जा सकता है।
सात सौ मीटर लंबा तथा साढ़े तीन फीट ऊंचा होगा नया प्लेटफॉर्म : रेलवे की ओर से आसीत इंजीनियरिग प्राइवेट लिमिटेड को कार्य आवंटित किया गया है। इस पर करीब चार करोड़ रुपया खर्च किया जाना है। वर्तमान में दौरम मधेपुरा स्टेशन के प्लेटफार्म की लंबाई मात्र 510 मीटर है एवं शेड भी इतना छोटा कि आती-जाती गाड़ियों की तीन-चार बोगी को छोड़ सभी बोगी शेड से बाहर ही खड़ी होती हैं, और तो और अधिकांश बोगियों के सामने खड़े यात्रियों का गेट के हैंडल तक भी हाथ नहीं पहुंच पाता हैं। ऐसे में बुजुर्ग एवं महिला यात्रियों की तो बात दूर बल्कि सामान्य यात्रियों को भी बोगी में चढ़ने-उतरने में गिरकर जख्मी होने का खतरा बना रहता है। निर्माण के बाद ये दोनों प्लेटफार्म सात सौ मीटर लंबा तथा दोनों प्लेटफॉर्म को साढ़े तीन फीट ऊंचा किया जाना है। एक प्लेटफार्म का निर्माण कार्य पूर्ण होने पर दूसरे प्लेटफार्म का निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाना है।