दरभंगा/बिहार : दरभंगा शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद् के उम्मीदवार प्रोफेसर (डॉ०) अरुण कुमार ने दरभंगा जिला के अंदर कई महाविद्यालय में जनसंपर्क अभियान चलाया और उन्होंने माध्यमिक शिक्षक भवन में जाकर भूख हड़ताल पर बैठे हुए माध्यमिक शिक्षकों को भी समर्थन दिया।
वहीं उन्होंने समर्थन में अपनी बात करते हुए कहा कि शिक्षकों की मांगें जायज है। इस आंदोलन को हमारी संगठन एआईफूकटो का पुरजोर समर्थन है। हम बिहार के अंदर बेहतर शिक्षा व्यवस्था के लिए कई वर्षों से संघर्ष करते आ रहे हैं। वहीं बिहार के अंदर वर्तमान सरकार ने शिक्षा के स्तर को पूरे देश में सबसे नीचे पायदान पर ले जाकर खड़ा कर दिया है। बिहार के अंदर सरकार शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। जिस समाज के शिक्षक मूलभूत सुविधाओं से वंचित रहेगा उस समाज का विकास संभव नहीं है। वहीं उन्होंने बिहार के अंदर शिक्षा की दुर्दशा पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि बिहार कई विद्वानों की जमीन है। यहां से कई राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय विद्वान पैदा हुए हैं। देश के अंदर सरकार शिक्षा को पूंजीपतियों के हाथ में सौंपने का साजिश कर रही है। और आने वाले समय में यह सरकार पूरी शिक्षा व्यवस्था को व्यापार के हवाले कर देगी।
वही प्रोफेसर (डॉ०) अरुण कुमार को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का समर्थन प्राप्त है। वे बिहार राज्य विश्वविद्यालय शिक्षक महासंघ के सचिव, अखिल भारतीय विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय शिक्षक संगठन के राष्ट्रीय महासचिव, जॉइंट फोरम ऑफ़ मूवमेंट ऑन एजुकेशन के राष्ट्रीय संयोजक भी हैं। वहीं उन्होंने पूरे अभियान में शिक्षकों से मिलकर बेहतर विकल्प चुनने का आह्वान करते हुए परिवर्तन का अपील किये।
जनसंपर्क में एम एल एस एम कॉलेज के राजनीति विज्ञान के पूर्व प्रोफेसर डॉक्टर विनोदानंद झा, बिहार राज्य शिक्षकेतर कर्मचारी संघ के प्रदेश महासचिव गंगा प्रसाद झा, माध्यमिक शिक्षक संघ के नेता अरशद सिद्धकी, सीपीआई के नेता राजीव चौधरी,एआईएसएफ के जिला सचिव शरद कुमार सिंह आदि उपस्थित थे।