

उप संपादक
मधेपुरा/बिहार : रविवार को असली देसी पार्टी के जिला कार्यालय में मिलन समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोगों ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन यादव ने सदस्यता ग्रहण करने वाले लोगों को माला पहनाकर पार्टी में स्वागत किया। समारोह में जिला एवं आसपास के इलाके से आए लोगों ने सदस्यता ग्रहण करने के बाद असली देसी पार्टी को मजबूत बनाने का संकल्प लिया।
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इस दौरान पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन यादव के प्रति आभार प्रकट करते हुए सदस्यता ग्रहण करने वाले लोगों ने पार्टी के समर्थन में जमकर नारेबाजी की। कार्यकर्ताओं की माने तो बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव में असली देसी पार्टी एक मजबूत विकल्प के रूप में उतरेगी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार पर निशाना साधते हुए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन यादव ने कहा कि न्याय के साथ विकास का नारा देकर 15 वर्षों तक बिहार पर राज करने वाली नीतीश सरकार में भी कोसी का यह इलाका विकास के हर मामले में पूरी तरह उपेक्षित रहा है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ने के कारण सुबे की सरकारी शिक्षा एवं चिकित्सा पूरी तरह चरमरा गई है। प्राकृतिक प्रकोप एवं सरकारी उदासीनता के कारण कृषि रोडमैप बनाए जाने के बाद भी बिहार के किसानों की माली हालत दयनीय होती जा रही है। बेरोजगारी बढ़ने से नौजवानों का पलायन अनवरत जारी है एवं राज सरकार डबल डिजिट वाले विकास दर की डुग-डुगी बजा कर लोगों को गुमराह करने में जुटी है।

उन्होंने कहा कि बिना चढ़ावे के सरकारी कार्यालयों में आम जनता का कोई भी काम नहीं हो रहा है। बिहार में अफसरशाही एवं घूसखोरी चरम पर है। जनकल्याण के लिए बनी सरकारी योजनाएं कागजों में दफन होकर रह गई है। पुलिसिया निष्क्रियता के कारण अपराधियों का तांडव पूरे बिहार में खुलेआम जारी है। कानून व्यवस्था चौपट होने के कारण प्रदेश में आए दिन हत्या, लूट, डकैती, बलात्कार जैसी घटनाएं घटित हो रही है एवं नीतीश कुमार सिर्फ और सिर्फ कुर्सी बचाने की कवायद में जुटे हुए हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन यादव ने कहा कि बिहार में बदलाव की बयार बह रही है एवं वर्तमान सरकार को सत्ता से बेदखल करने के लिए जनता तैयार बैठी है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन यादव ने कहा कि नीतीश सरकार गांव के हर्ट दोनों को पक्की सड़क से जोड़ने की दिशा में अग्रसर है, लेकिन कोसी इलाके का लाइफलाइन एनएच 106 एवं एनएच 107 आज भी अपनी बदहाली के कारण सुर्खियों में है।
