
♦ अनुसूचित जन जाति की 221 लडकियों का महिला बटालियन का हुआ पासिंग आउट परेड
♦ राष्ट्रपति पुलिस वीरता पदक पुरस्कार से सम्मानित आफिसरों को मिथिलेश स्टेडियम में किया गया पुरस्कृत
♦ मनु महाराज सहित कई पुलिस आफिसर्स हुए हुए पुरस्कृत

स्थानीय संपादक
पटना/बिहार : बुधवार को पुलिस सप्ताह का अंतिम कार्यक्रम बीएमपी-5 स्थित मिथिलेश स्टेडियम में आयोजित किया गया । सबसे पहले डीजीपी को सलामी दी गई. इसके बाद नव सृजित अनुसूचित जाति की लडकियों का महिला बटालियन कसम पैरेडमें भाग लिया । इसके बाद मुजफ्फरपुर के आईजी गणेश कुमार और मुंगेर के डीआईजी मनु महाराज, बांका के एसपी अरविन्द गुप्ता, फुलवारी शरीफ थाना के पूर्व इन्स्पेक्टर धर्मेन्द्र कुमार, इन्स्पेक्टर सुरेन्द्र कुमार को राष्ट्रपति पुलिस वीरता पदक से सम्मानित किया गया ।

इन बहादुर पुलिस ऑफिसरों को पूर्व में ही राष्ट्रपति पुरस्कार गलेंट्री मेडल मिला था । पुलिस पदक और प्रशास्त्री पत्र से सम्मानित होने पर जोरदार तालियों से पुलिस आफिसरों की हौसला अफजाई की गयी । इनके आलावा अन्य कई पुलिस आफिसरों को उनके बेहतर काम के लिए पुरस्कृत किया गया । एसपी ट्रेनिंग, पुलिस ट्रेनिंग के 4 अधिकारी सहित कई दूसरे पुलिस अधिकारियों व सिपाहियों को भी उनके बेहतर काम के लिए पुरस्कृत किया गया । इस समारोह में ही कई स्कूलों के स्टूडेंट्स को भी सम्मानित किया गया ।
सम्मान समारोह में पहुचे डीजीपी गुतेश्वर पाण्डेय ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में अनुसूचित जन जाति की 275 महिलाओं का पद सृजित किया गया है जिसमे आज 221 महिलाओ का पासिंग औउट परेड हुआ । उन्होंने कहा की बाकी नियुक्ति की प्रक्रिया अभी चल रही है । डीजीपी ने कहा कि ये बेटियाँ नारी केवल क्षमा दया करुना और सेवा प्यार व तपस्या का ही नाम नहीं है बल्कि नारी शौर्य और पराक्रम का भी नाम है । उन्होंने कहा की आज बेटियों के हाथ में हथियार देखकर बड़े बड़े अपराधियों का कलेजा दहल जायेगा । उन्होंने एक कविता सुनाते हुए नये महिला पुलिस का हौसला बुलंद करते हुए कहा की हिमालय की बुलंदी से एक ललकार उट्ठी थी वो पायल की नही चूडियो की झंकार उठी थी और हिल गये फिरंगियों सिने जब झाँसी की रानी के हाथों में तलवार उठी थी । उन्होंने कहा की जो समाज में गलत कामों में लगे रहते हैं उन्हें हमारी महिला पुलिस बेचैन कर देंगी उनका सीना दहला कर रख देंगी । उन्होंने कहा की अपनी वीरता और शौर्य को अनुशासन के साथ बरकरार रखना और पुलिस का नाम ऊंचा उठाकर रखना ।
कार्यक्रम में बिहार पुलिस के तमाम आला पुलिस पदाधिकारी मौजूद रहे ।
