⇒दमनकारी फैसले के खिलाफ लोग लगातार दिखा रहे हैं एकजुटता
मधेपुरा/बिहार : जिला मुख्यालय के मस्जिद चौक पर जारी अनिश्चितकालीन धरना लगातार नया मुकाम गढ़ रहा है। हर रोज भीड़ का उमंग बढ़ता जा रहा है । सरकार की नीति और एन आर सी, सी ए ए, एन पी आर जैसे दमनकारी फैसले के खिलाफ लोग लगातार एकजुटता दिखा रहे हैं।
रविवार को देर शाम धरना को संबोधित कर रहे चर्चित शिक्षक मो सरवर ने कहा कि भारत की मिट्टी सबके कुर्बानी से रसी बसी है। भारत को बनाने में सबने यथासंभव भागीदारी दी। इतिहास इसको दर्शाता है। आज सबको एक साथ लेकर आगे बढ़ने के बजाय केंद्र सरकार द्वारा अपना पराया की नीति बहुत ही दुखद है। उन्होंने कहा कि इस देश में बांटने कि नहीं बल्कि एक साथ बढ़ने की बात होनी चाहिए।
बतौर वक्ता बोलते हुए मलिका प्रवीण ने कहा कि आधी आबादी को सड़क पर लाना यह दर्शाता है कि यह सरकार पूरी तरह देश को अशांत कर चुकी है। औरतें सिर्फ परिवार ही नहीं चलाना जानती जरूरत पड़ने पर देश की दशा व दिशा भी तय करना जानती है। अरबाज आलम और साकिब हुसैन ने धरना को संबोधित करते हुए कहा कि यह आंदोलन उतना ही महत्वपूर्ण है जितना आजादी का आंदोलन व जेपी आंदोलन था। सबको साथ लेकर सरकार के समाज को तोड़ने वाले एनआरसी, सीएए, एनपीआर जैसे बांटने वाले फैसले को वापस लेने की लड़ाई आखिरी दम तक लड़ी जाएगी।
धरना को कई अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया। इस मौके पर सैकड़ों की संख्या में धरना को मजबूती दे रही महिलाओं ने कहा कि अंजाम जो भी सरकार को देश बांटने में किसी भी कीमत पर कामयाब नहीं होने दिया जाएगा।